1062 की जांच में 753 की रिपोर्ट मिली निगेटिव

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मोहन झा ने कहा कि कोरोना के लक्षण मिलने पर किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे लोगों को डरने के बजाय जांच के लिए जिला अस्पताल आना चाहिए। कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए तैयारियां पूरी है। इलाज से ही राहत मिल सकती है। छिपाने से रोग गंभीर रूप ले लेता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 May 2020 04:54 PM (IST) Updated:Fri, 22 May 2020 04:54 PM (IST)
1062 की जांच में 753 की रिपोर्ट मिली निगेटिव
1062 की जांच में 753 की रिपोर्ट मिली निगेटिव

संत कबीरनगर: महानगरों से प्रवासी मजदूरों के वापस घर आने का सिलसिला लगातार जारी है। इन लोगों को थर्मल स्क्रीनिग के बाद होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। बीमारी के लक्षण मिलने पर आइसोलेशन वार्ड में लोगों को भर्ती करके उनके स्वाब का नमूना जांच के लिए भेजा जा रहा है। शुक्रवार तक जिले में 1062 की जांच में 753 की रिपोर्ट निगेटिव मिली।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मोहन झा ने बताया कि भेजे गए सैंपल में से 254 की रिपोर्ट अभी नहीं मिल सकी है, इसका इंतजार किया जा रहा है। दुखद बात है कि चार की मौत कोरोना के संक्रमण से हो चुकी है। थर्मल स्क्रीनिग के दौरान संदिग्ध मिले लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। जिला अस्पताल में बना सौ बेड का आइसोलेशन वार्ड फुल हो चुका है। अब नए संदिग्धों को खलीलाबाद रेलवे स्टेशन के निकट जिला नगरीय विकास अभिकरण डूडा द्वारा बनाए गए आश्रय स्थल में बने वार्ड में भर्ती कराया जाएगा, हालांकि अभी यहां किसी को भर्ती नहीं किया गया है।

डरें नहीं आशंका होने पर आएं जिला अस्पताल

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मोहन झा ने कहा कि कोरोना के लक्षण मिलने पर किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे लोगों को डरने के बजाय जांच के लिए जिला अस्पताल आना चाहिए। कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए तैयारियां पूरी है। इलाज से ही राहत मिल सकती है। छिपाने से रोग गंभीर रूप ले लेता है।

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