गरीबों का निवाला हड़पने में लगे कोटेदार

जागरण संवाददाता बहजोई मध्यम और गरीबो को सस्ती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराना हो या फि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 12:23 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 12:23 AM (IST)
गरीबों का निवाला हड़पने में लगे कोटेदार
गरीबों का निवाला हड़पने में लगे कोटेदार

जागरण संवाददाता, बहजोई:

मध्यम और गरीबो को सस्ती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराना हो या फिर मुफ्त राशन का वितरण करना हो, कई जगहों पर डीलर की मनमानी चल रही है। ऐसे में राशन वितरण प्रणाली पर इस वजह से सवाल खड़ा हो गया है। शिकायतें आम हैं कि अब कोटेदार कार्ड धारकों से पहले पॉस मशीन में अंगूठा लगवा लेते हैं और फिर बाद में उनकी राशन की कटौती करते हैं। कहीं आधार कार्ड के नंबर मेल नहीं खाने की बात कही जाती है तो कहीं, आधार नंबर अपडेट कराने के बाद तीन से चार महीने का इंतजार कराया जाता है।

बहजोई क्षेत्र के राजा का मझोला गांव में कार्ड धारकों ने बताया कि कोटेदार उनसे प्रत्येक महीने यूनिट के हिसाब से मिलने वाले राशन में कटौती करता है और खर्चा देने का बहाना बनाता है। कंप्यूटराइज हुए खाद्यान्न वितरण प्रणाली में भी झोल ही झोल है।

---------------

1.20 लाख कार्ड धारकों को मयस्सर नहीं हुए चना

बहजोई: गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत अंत्योदय और पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को प्रत्येक माह प्रदान किए जाने वाले चना का वितरण इस माह अभी भगवान भरोसे रहा है। विभाग और दुकानदारों की मानें तो जिले में करीब 12 सौ क्विटल चना की कम आपूर्ति हुई है, जिसकी वजह से जिले की सभी दुकानों पर चना नहीं पहुंच पाया है और अब इसकी व्यवस्था कराई जा रही है। जिसके बाद नवंबर के अंतिम दिनों तक इसका वितरण किया जाएगा। यहां बता दें कि चना के वितरण का ग्रामीण इलाकों में आलम यह है कि दुकानदार खाद्यान्न के साथ में ही उसका अंगूठा लगवा लेते हैं, जिससे उनके कार्ड से चने की कटौती हो जाती है लेकिन उन्हें चना नहीं दिया जा रहा है। कोटेदार भी इसे ऊपर से नहीं आने का बहाना बना रहे हैं जबकि हकीकत पूरी तरह से अलग है। कोट-

अगर किसी गांव में कोई भी कोटेदार यूनिट के हिसाब से राशन नहीं देता है तो कार्ड धारक सीधे आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को शिकायत कर सकते हैं, इसके लिए हमारे पूर्ति निरीक्षक लगातार औचक निरीक्षण भी करते हैं। बात रही चना वितरित नहीं होने की तो जिले में 12 क्विटल चना की कम आपूर्ति हुई है, जिसे नवंबर के आखिरी दिनों में वितरित कराया जाएगा।

- नरेंद्र तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी, सम्भल।

क्या बोले लाभार्थी- गांव के ही राशन डीलर से अपना खाद्यान्न लेने के लिए जाती हूं। मेरे राशन कार्ड में तीन यूनिट है, जिसका राशन मुझे 12 किलो या 13 किलो दिया जाता है और इस बार चना तो बिल्कुल भी नहीं दिया गया।

- रेशम वती, मझोला। मेरे राशन कार्ड में सात यूनिट होने के बावजूद भी डीलर द्वारा मुझे कभी 25 या कभी 30 किलो खाद्यान्न दिया है और चना तो बिल्कुल भी नहीं दिए गये।

-माया देवी, मझोला। मेरे राशन कार्ड में 6 यूनिट होने के बावजूद मुझे 20 किलो राशन दिया जाता है। पूरा राशन देने के लिए गांव का कोटेदार इंकार कर देता है और इस बार चना नहीं दिए गए हैं।

-कटोरी देवी, मझोला।

जब से लाकडाउन लगा है तब से ही सात यूनिट होने के बावजूद भी मेरा राशन एक या दो यूनिट का राशन कम दिया जाता है और चना तो इस बार बिल्कुल भी नहीं दिए गए हैं।

-हर प्यारी, मझोला।

chat bot
आपका साथी