त्योहार भारतीय संस्कृति की धरोहर

चन्दौसी: श्रीराममोहन सेवा आश्रम द्वारा संचालित राष्ट्रीय विद्यालय में साप्ताहिक यज्ञ का आयोजन किया ग

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Sep 2018 12:21 AM (IST) Updated:Mon, 03 Sep 2018 12:21 AM (IST)
त्योहार भारतीय संस्कृति की धरोहर
त्योहार भारतीय संस्कृति की धरोहर

चन्दौसी: श्रीराममोहन सेवा आश्रम द्वारा संचालित राष्ट्रीय विद्यालय में साप्ताहिक यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञोपरांत त्योहार का महत्व विषय पर गोष्ठी का हुई। वक्ताओं ने कहा कि भारतीय संस्कृति के धरोहर के रूप में त्योहारों को समारोह पूर्वक या व्यक्तिगत तौर पर मनाने की परंपरा सदियों से चलती आ रही है। त्योहार की मान्यताओं, परंपराओं से बहुत कुछ समाज में सीखने को मिलता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। त्योहार समाज का आइना है। इस त्योहार रूपी आइने में हम अतीत का चेहरा देखते हैं और फिर वर्तमान को सुधारते हुए भविष्य की ¨चता करते हैं। त्योहार से हमें पूर्वजों के रहन-सहन, खान-पान आपस में एक-दूसरे से तालमेल रखना, व्यवहार एवं भाईचारा का आदान-प्रदान के तौर तरीके प्राप्त होते हैं। इसी के साथ-साथ भाषा एवं जीवन शैली का भी त्योहार बोध कराते हैं। त्योहारों के माध्यम से बच्चा भी धीरे-धीरे रस्म-रिवाजों को देखते-सुनते परिपक्वता को प्राप्त होता है और सुंदर कार्यों एवं विचारों को अपनाने लगता है। इस अवसर पर अशोक कुमार मिश्रा, डॉ. तुमुल विजय शास्त्री, विश्व विजय, डॉ. जयशंकर दुबे आदि मौजूद रहे।

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