परिवहन निगम कर्मचारियों का मांगों को लेकर धरना

परिवहन निगम कर्मचारियों के कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा संगठन ने बुधवार को क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय सहारनपुर पर एक दिवसीय धरना दिया। धरने की अध्यक्षता संगठन के मंडल अध्यक्ष ने की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Dec 2020 10:32 PM (IST) Updated:Wed, 30 Dec 2020 10:32 PM (IST)
परिवहन निगम कर्मचारियों का मांगों को लेकर धरना
परिवहन निगम कर्मचारियों का मांगों को लेकर धरना

सहारनपुर, जेएनएन। परिवहन निगम कर्मचारियों के कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा संगठन ने बुधवार को क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय सहारनपुर पर एक दिवसीय धरना दिया। धरने की अध्यक्षता संगठन के मंडल अध्यक्ष ने की।

इस दौरान प्रदेश सरकार से सात मांगों पर कार्रवाई करने का आहृान किया। संगठन के पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे। धरने का संचालन करते हुए मंडलीय सचिव बाबूराम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर निजी बस मालिकों को परमिट जारी करने तथा अंतरराज्यीय परिवहन समझौतों के नाम पर मोटरयान अधिनियम 1988 के उद्देश्यों व भावना के विपरीत अन्य राज्यों के निजी बस मालिकों की हित पूर्ति परमिट जारी करने पर रोष जताया कि प्रदेश के सभी राजमार्गों को राष्ट्रीयकृत घोषित किया जाए। परिवहन बसों की भी निजी बसों के सामान यात्रीकर दरें घोषित किया जाए। कोविड-19 के ²ष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार परिवहन निगम को भी आर्थिक पैकेज दिया जाए। संविदा चालकों परिचालकों को नियमित किया जाए। आउट सोर्सिंग कर्मियों व लिपिकों की नियुक्ति में वरीयता दी जाए। वेतन विसंगति दूर की जाए आदि मांगों केा लेकर धरने में चर्चा की गई। प्रदेश सरकार से मांग की गई है कि इन मांगों को सरकार जल्द पूरा करें। अन्यथा कर्मचारियों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। इससे पूर्व कहा कि मामले के निस्तारण की पहले भी वे मांग उठा चुके हैं, लेकिन कभी भी संबंधित अधिकारियों ने इसका निस्तारण नहीं कराया। धरने में मुख्य रूप से सुधीर कुमार, अनिल कुमार, राजीव कुमार, ब्रहमपाल सिंह, ऋषिराज सिंह, संजय मोतला, सुरेंद्र, कृष्णपाल, ब्रजपाल, भोपाल सिंह, अरविद, राकेश, सतेंद्र, सुनील आदि मौजूद रहे।

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