कुश्ती की विरासत सहेज रहा सैफनी

खेल और सेहत : बॉडी बि¨ल्डग के दौर में भी रोशन हैं अखाड़े संवाद सूत्र, सैफनी: सलमान खान, शाहरुख खान

By Edited By: Publish:Sat, 03 Oct 2015 06:49 PM (IST) Updated:Sat, 03 Oct 2015 06:49 PM (IST)
कुश्ती की विरासत सहेज रहा सैफनी

खेल और सेहत : बॉडी बि¨ल्डग के दौर में भी रोशन हैं अखाड़े

संवाद सूत्र, सैफनी: सलमान खान, शाहरुख खान हृतिक रोशन की बॉडी देखकर युवाओं में जिम जाकर बॉडी बनाने का जुनून है लेकिन सैफनी में कुश्ती के शौकीन उसकी विरासत को सहेजे हुए हैं। यहां के अखाड़ों में युवाओं को पसीना बहाते देखा जा सकता है। यहां के कई पहलवान गांव और जिले का नाम रोशन कर चुके हैं। इन दिनों भूड़ा मेले के दंगल में उमड़ रही भीड़ बता रही है कि कुश्ती के दीवानों की संख्या कम नहीं। आज जहां अखाड़े सूने हैं वहीं जिम गुलजार हैं। युवा जिम जाकर अपने शरीर को हीरो जैसा बनाने में लगे हैं पर यहां के कई युवा पहलवानी में विश्वास रखते हैं। कस्बे में लंबे समय से अखाड़ा चला रहे पहलवान कासिम अली का कहना है कि बॉडी बि¨ल्डग आसान है और कुछ समय की कसरत से शरीर को शेप तो मिल जाता है पर पहलवान बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत की जाती है। जिसने मेहनत कर ली तो उसका शरीर लंबे समय से लिए मजबूत हो जाता है। साथ ही देर तक सांस रोककर मेहनत की जा सकती है। ताकत तो अखाड़े में पसीना बहाकर ही आती है। उनके अखाड़े में स्थानीय और बाहर से भी युवा पहलवान बनने आते हैं। यहां कुश्ती के दांवपेच सिखाए जाते हैं। इरशाद हुसैन पहलवान ने कस्बे का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। वह चंदौसी के मशहूर दिलशाद पहलवान के अखाड़े में ट्रे¨नग ले रहे हैं। वह कई कुश्तियां जीत चुके हैं। इसके अलावा आलिम पहलवान, नासिम पहलवान, खलीक पहलवान, अरशद पहलवान के अलावा भी कस्बे के कुछ पहलवानों ने बाहरी क्षेत्रों में कुश्ती में इनाम जीते हैं। यहां के लोगों में कुश्ती के प्रति दीवानगी इसी बात से देखी जा सकती है कि भूड़ा मेले में उतनी भीड़ नहीं आ रही है जितनी इसके दंगल में देखी जा सकती है। बाहर के पहलवान भी यहां की जनता से मिल रही तारीफ से गदगद है। इस तरह कुश्ती की परंपरा को सैफनी के युवा बनाए हुए हैं।

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