अधिवक्ता की हत्या करने आए दो बदमाश दबोचे

रामपुर। कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने अधिवक्ता की हत्या के इरादे से आए दो बदमाशो

By Edited By: Publish:Wed, 27 May 2015 12:17 AM (IST) Updated:Wed, 27 May 2015 12:17 AM (IST)
अधिवक्ता की हत्या करने आए दो बदमाश दबोचे

रामपुर। कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने अधिवक्ता की हत्या के इरादे से आए दो बदमाशों को दबोच लिया। उनके कब्जे से दो तमंचे और बाइक बरामद हुई। पकड़े बदमाशों में एक साजिद मुन्ना अंतरराज्यीय बदमाश है। उसके खिलाफ दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई थानों में हत्या, लूट आदि धाराओं में 33 मुकदमे हैं। मुन्ना हिस्ट्रीशीटर बदमाश है, जो दिल्ली के खलील मामा गैंग में रह चुका है। पकड़े बदमाश मुरादाबाद के हैं और यहां बाइक से लूट करने आते थे। उनसे पूछताछ में पुलिस ने लूट और हत्या की घटनाओं का भी खुलासा किया है।

पकड़े दोनों बदमाशों को मंगलवार को मीडिया के सामने लाया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोतवाली और क्राइम ब्रांच की टीम ने सोमवार को अपराह्न डेढ़ बजे दोनों बदमाशों को किला पूर्वी गेट से गिरफ्तार किया। इनमें साजिद मुन्ना कोतवाली के मुहल्ला लाल मस्जिद का रहने वाला है और वर्तमान में वह मुरादाबाद के थाना मझोला क्षेत्र में ताज वैंक्वेट हाल के निकट कांशीराम कालोनी में रह रहा था। उसका साथी राज आर्यन विक्की बाबा भी इसी थाना क्षेत्र के आवास विकास बुद्धि विहार का है। दोनों बदमाश मुहल्ला लाल मस्जिद में रहने वाले वृद्ध अधिवक्ता जमीर अली खां की हत्या के इरादे से आए थे। साजिद मुन्ना भी पहले इसी मुहल्ले में रहता था और वह अधिवक्ता से रंजिश मानता है। उसका आरोप है कि अधिवक्ता ने उनका मकान धोखाधड़ी से हड़प लिया था और उस पर झूठे मुकदमे भी दर्ज कराए थे।

दोनों बदमाशों से पूछताछ में कई लूट की घटनाएं भी खुली हैं। इनका अपना गैंग है, जो बाइक आदि वाहनों से यहां आकर लूट की वारदातें करता था। घटना के बाद ये बदमाश मुरादाबाद वापस चले जाते थे। इनके साथ लूट की वारदातों में साजिद का भाई माजिद उर्फ फिरोज और भांजा राहिल भी शामिल रहते थे। राहिल कोतवाली के मुहल्ला अल्लाहू दादा का मजार का रहने वाला है। इन बदमाशों ने ही 28 अप्रैल को कोतवाली क्षेत्र से सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. हसन अहमद निजामी से स्कूटी, मोबाइल फोन और रुपये लूटे थे। लूट का मोबाइल फोन दोनों बदमाशों से बरामद हो गया है। स्कूटी माजिद और राहिल के पास है। उनकी तलाश की जा रही है। 25 अप्रैल को ई रिक्शा में जा रही बरेली की युवती यमन से शाहबाद गेट के पास लूट की थी। 26 अप्रैल को सिविल लाइंस क्षेत्र में जौहर मार्ग पर ई रिक्शा रोक कर शगुफ्ता पत्नी सज्जाद खां से जेवर लूटे थे। 22 मई को गंज थाना क्षेत्र से तबस्सुम नाम की महिला से बैग छीना था। पुलिस ने महिला का बैग, मोबाइल फोन आदि सामान बदमाशों से बरामद कर लिया है।

एसपी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में मुन्ना बेहद शातिर है। वह दिल्ली में खलील मामा गैंग में था। इसी गैंग में रामपुर के मुहल्ला कटकुइया का शावेज उर्फ मोबीन उर्फ बाबू भी था। दोनों ने मिलकर खलील की हत्या कर दी थी और इसी मामले में दिल्ली तिहाड़ जेल में बंद थे। वहां खलील के साथी दोनों की हत्या करना चाहते थे। दोनों ही जेल से फरार हो गए थे। मुन्ना वर्ष 2009 में मथुरा से पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था। उसे राजस्थान पुलिस दिल्ली पेशी पर ले जा रही थी। मोबीन बीस जनवरी 2015 को दिल्ली पुलिस की कस्टडी से फरार हुआ था। उसे दिल्ली पुलिस रामपुर पेशी पर लाई थी। फरारी के दौरान मोबीन ने मुन्ना के साथ मिलकर अपनी मां शाहजहां की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह मां की हत्या में खलील गैंग के लोगों को फंसाना चाहता था, लेकिन अपने मकसद में वह कामयाब नहीं हो सका। उसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। एसपी ने बताया कि साजिद मुन्ना ने फरारी के बाद अपना गैंग बना लिया और मुरादाबाद में रहने लगा। वह रामपुर में आकर लूट की घटनाएं करने लगा। इस बार वह अधिवक्ता की हत्या करने आया था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। दोनों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।

पुलिस अधीक्षक साधना गोस्वामी ने दोनों बदमाशों को पकड़ने वाली टीम को पांच हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

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