माता-पिता खोने से बेटियों की हालत बिगड़ी, मनोहरापुर में मातम

मिलावटी शराब पीने से हुई चार मौतों से संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के मनोहरापुर रामपुर दाबी गांव में मातम छाया है। शवों का अंतिम संस्कार होने के दूसरे दिन बुधवार को गांव में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब मिलावटी शराब पीकर जान गंवाने वाले दंपती की बेटियां सदमे के कारण बेहोश हो गईं। मौके पर मौजूद मेडिकल टीम ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 11:02 PM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 11:02 PM (IST)
माता-पिता खोने से बेटियों की हालत बिगड़ी, मनोहरापुर में मातम
माता-पिता खोने से बेटियों की हालत बिगड़ी, मनोहरापुर में मातम

संसू, संग्रामगढ़: मिलावटी शराब पीने से हुई चार मौतों से संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के मनोहरापुर रामपुर दाबी गांव में मातम छाया है। शवों का अंतिम संस्कार होने के दूसरे दिन बुधवार को गांव में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब मिलावटी शराब पीकर जान गंवाने वाले दंपती की बेटियां सदमे के कारण बेहोश हो गईं। मौके पर मौजूद मेडिकल टीम ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया।

रविवार को इस गांव में कच्ची शराब ने कहर ढाया था। शराब पीने से सुनीता देवी, उसके पति जवाहर लाल के साथ ही गांव के विजय कुमार व राम प्रसाद सरोज की जान चली गई। सबसे ज्यादा आफत जवाहर लाल के स्वजनों पर टूटी। स्वजनों ने माता-पिता दोनों को खो दिया। अभिभावक की मौत का गम बच्चे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें न खाने की सुध है न पीने की। बीच-बीच में राजनीतिक दलों के लोग व आसपास के लोग सांत्वना देने आते हैं। चारों घरों में मातम छाया है। नात-रिश्तेदार आ रहे हैं। बुधवार को सुनीता की छोटी बेटी कोमल व नीलम की तबीयत दोपहर में अचानक खराब हो गई। वह सदमे के चलते अचेत हो गईं। जानकारी होने पर गांव में कैंप कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और दोनों की जांच करते हुए दवा दी। दोनों बहनों की हालत में कोई सुधार न देख उनको इलाज के लिए सीएचसी संग्रामगढ़ भेजकर भर्ती कराया। वहां पर दोनों बहनों का इलाज चल रहा है। सीएचसी प्रभारी डॉ. दिनेश सिंह का कहना है कि दोनों बहनों को गहरा सदमा लगा है। इस वजह से बेहोश हो गई थी। अब फिलहाल दोनों की हालत में सुधार है।

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शराब ने छीन ली आंखों की रोशनी

संसू, संग्रामगढ़: मनोहरापुर रामपुर दाबी गांव में शराब ने मौत तो दी ही, जिदंगी भर का दर्द भी कई लोगों को दे दिया है। मिलावटी शराब का ऐसा घातक असर हुआ कि बाबूलाल सरोज अंधा हो गया। उसने दोनों आंखों की रोशनी गंवा दी। उसे तीन दिन पहले सबके साथ प्रयागराज भेजा गया था, जहां उसे कम दिखने लगा। चिकित्सकों ने जांच की तो बताया कि बाबूलाल की आंखों की रोशनी अब लौटना मुश्किल है। ऐसे में उसे अब पूरा जीवन अंधेरे में ही बिताना पड़ेगा। इसे लेकर बाबूलाल के परिवारीजन बिलख रहे हैं। परिवार का अकेला कमाऊ होने के कारण अब उसके परिवार के सामने जीविकोपार्जन की समस्या खड़ी हो गई है।

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गांव में लगा मेडिकल कैंप

शराब पीने से होने वाला दुष्प्रभाव बाद में किसी और पर न हो इसके लिए मनोहरापुर रामपुर दाबी गांव में मेडिकल टीम कैंप कर रही है। गांव के लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम चौबीस घंटे मौजूद है। चौथे दिन भी गांव में कैंप कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर लोगों की जांच की। फिलहाल सुनीता की दोनों बेटियों के अलावा गांव में सभी स्वस्थ हैं। टीम में डॉ. अजय गुप्ता, डॉ. अमित पांडेय, स्टाफ नर्स शिप्रा अग्रहरी, चीफ फार्मेसिस्ट अमर सिंह, वार्डब्वाय नीरज मौजूद रहे।

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गांव पहुंचे भाजपा नेता

गांव में चार लोगों की मौत हो जाने के बाद पीड़ित परिवारीजनों को ढांढस बंधाने वालों का क्रम जारी है। बुधवार को स्जवनों से मुलाकात करने भाजपा नेता नागेश प्रताप सिंह छोटे सरकार गांव पहुंचे। स्वजनों से मिलकर सांत्वना व्यक्त करते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

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