फर्जी ढंग से स्वास्थ्य विभाग का बोर्ड लगाकर चल रही गाड़ी पकड़ी

प्रतापगढ़ परिवहन विभाग के अधिकारियों को एक फर्जीवाड़े का मामला मिला है। स्वास्थ्य विभाग का

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 11:14 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 11:14 PM (IST)
फर्जी ढंग से स्वास्थ्य विभाग का बोर्ड लगाकर चल रही गाड़ी पकड़ी
फर्जी ढंग से स्वास्थ्य विभाग का बोर्ड लगाकर चल रही गाड़ी पकड़ी

प्रतापगढ़ : परिवहन विभाग के अधिकारियों को एक फर्जीवाड़े का मामला मिला है। स्वास्थ्य विभाग का स्टीकर लगाकर चलती हुई बोलेरो को टीम ने पकड़ा है। उसे सीज कर दिया गया है।

जिले में करोड़ों का टैक्स वाहनों पर बकाया है। इसमें निजी वाहन और कामर्शियल दोनों प्रकार के वाहन शामिल हैं। कई बार नोटिस देने के बाद भी टैक्स जमा न करने पर अब विभाग ने एक सप्ताह का विशेष अभियान छेड़ दिया है। इस कड़ी में एआरटीओ सुशील कुमार मिश्रा अपनी टीम के साथ गुरुवार को कोहंड़ौर क्षेत्र में थे। उन्होंने मदाफरपुर रोड पर एक बोलेरो को जाते हुए देखा तो रोका। उस पर स्वास्थ्य सेवाएं उत्तर प्रदेश सरकार का बोर्ड लगा था। एक बार तो चालक ने सरकारी गाड़ी को चेक करने का विरोध किया, लेकिन नियम का हवाला देकर जब एआरटीओ ने तेवर दिखाए तो चालक पीछे हट गया। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने उसे चेक किया तो पता चला कि तीन साल से उस गाड़ी का टैक्स नहीं जमा है। करीब एक लाख का टैक्स चुकाए बिना ही गाड़ी सड़क पर दौड़ाई जा रही थी। सरकारी बोर्ड लगा होने के कारण कहीं पर उसकी चेकिग पुलिस वाले भी नहीं कर रहे थे। जांच करने के बाद पता चला कि यह गाड़ी किसी भी विभाग से अटैच नहीं थी। फर्जी ढंग से बोर्ड लगाकर गाड़ी चल रही थी। इसकी रिपोर्ट एआरटीओ ने सीएमओ को दी तो उन्होंने भी जांच कराई। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव का कहना है कि इस तरह की कोई गाड़ी विभाग से संबद्ध नहीं है। परिवहन विभाग कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। एआरटीओ सुशील कुमार मिश्र ने बताया कि जिले में 20 वाहनों का चालान किया गया। यात्री कर अधिकारी दिनेश शर्मा ने संग्रामगढ़ क्षेत्र में चेकिग की। वहां भी चालान किया गया।

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कोरोना काल में जमकर दुरुपयोग

कोरोना काल में पुलिस, मेडिकल, पुलिस समेत कुछ ही विभागों के वाहनों के संचालन की अनुमति थी। बाकी पर रोक लगी थी। उस समय कुछ वाहन संचालकों ने शातिराना तरीके से अपने वाहन पर स्वास्थ्य सेवाएं, कोविड ड्यूटी का बोर्ड लगाकर फायदा उठाया। अब भी इस तरह की कई वाहन चल रहे हैं।

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