बाबू पट्टी ने मनाई अपने बच्चन बाबू की जन्मतिथि

हिदी साहित्य के प्रतिष्ठित कवि डा. हरिवंश राय बच्चन की जन्म तिथि उनके पैतृक गांव बाबू पट्टी में बुधवार को मनाई गई। उनकी चर्चित रचना मधुशाला की पंक्तियों को लोगों ने गुनगुनाया। बच्चन बाबू के नाम से गांव में बने पुस्तकालय परिसर में केक काटकर पौधारोपण कर जयंती मनाने को बहुत से लोग पहुंचे। उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। संयोजन पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला व प्राथमिक विद्यालय बाबूपट्टी के प्रधानाध्यापक प्रशांत यादव पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 11:10 PM (IST) Updated:Thu, 28 Nov 2019 06:04 AM (IST)
बाबू पट्टी ने मनाई अपने बच्चन बाबू की जन्मतिथि
बाबू पट्टी ने मनाई अपने बच्चन बाबू की जन्मतिथि

संसू, रानीगंज : हिदी साहित्य के प्रतिष्ठित कवि डा. हरिवंश राय बच्चन की जन्म तिथि उनके पैतृक गांव बाबू पट्टी में बुधवार को मनाई गई। उनकी चर्चित रचना मधुशाला की पंक्तियों को लोगों ने गुनगुनाया।

बच्चन बाबू के नाम से गांव में बने पुस्तकालय परिसर में केक काटकर पौधारोपण कर जयंती मनाने को बहुत से लोग पहुंचे। उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। संयोजन पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला व प्राथमिक विद्यालय बाबूपट्टी के प्रधानाध्यापक प्रशांत यादव, पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने किया। डीपीआरओ लालजी दूबे, डीएफओ बीआर अहिरवार मौजूद रहे। डीपीआरओ और डीएफओ के साथ ही एडीओ पंचायत गौरा विजय कुमार शुक्ला, डीसी मनरेगा अजय पांडेय, ग्राम विकास अधिकारी संजय कुमार पांडेय, अयोध्या से आए पर्यावरणविद श्रवणजीत कनौजिया ने डॉ. बच्चन के चित्र पर माल्यार्पण किया। केक काटकर जन्म तिथि मनाया। इस मौके पर डीपीआरओ ने ग्रामीणों से पालीथीन का प्रयोग बंद करने और खुले में शौच न जाने का संकल्प दिलाया। ग्रामीणों की मांग पर सामुदायिक शौचालय बनवाने की बात कही। डीएफओ ने गांव को ग्रीन बनाने के लिए पौधारोपण कराने को कहा। लोगों ने आम, नीम, चंदन के पौधे लगाकर पर्यावरण व जल संरक्षण पर बल दिया गया। इस दौरान क्षेत्रीय वनाधिकारी रानीगंज केके पांडेय, अमिताभ श्रीवास्तव, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी संतोष पासवान, प्रधान कलावती, विधायक प्रतिनिधि नीरज ओझा, खंड प्रेरक रवि सिंह, सोनू पांडेय, अमरेश मिश्रा, रोहित मिश्रा, देव प्रसाद मिश्रा, सुगम श्रीवास्तव, महिमा श्रीवास्तव, अंबिकेश मिश्रा, बच्चा मिश्रा, अवधेश मिश्र मौजूद रहे। पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला ने जनवरी माह में डा. हरिवंश राय बच्चन की प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा की।

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हिदी सेवियों की नजर में बच्चन

डा. हरिवंश राय बच्चन हिदी भाषा साहित्य के एक उत्कृष्ट लेखक व कवि थे। वह हिदी कविता के उत्तर छायावाद काल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। बच्चन जी की रचनाएं प्रेरणादायक हैं। मधुशाला उनकी अमर कृति है। इसने साहित्य जगत में बच्चन जी को एक अलग पहचान दी। उनकी आत्मकथा क्या भूलूं क्या याद करूं प्रेरणादायक है।

-आचार्य शेख मुंशी रजा अनीस देहाती, वरिष्ठ कवि

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काव्य में अध्यात्म के भाव व संदेश को बच्चन साहब ने पिरोया। मधुशाला के जरिए उन्होंने इलाहाबाद के उस अलौकिक संसार की ओर इशारा किया जहां एकात्म होता है। वह रहस्यवादी कविता के पुरोधा के रूप में हिदी साहित्य में सदा बने रहेंगे। वह प्रतापगढ़ का नाम भी अपने साहित्य सृजन के जरिए जीवंत रखे हुए हैं।

-डॉ. मिथिलेश कुमार त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष हिदी, पीजी कालेज पट्टी

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