टाइगर रिजर्व में जल स्रोतों को किया जा रहा पुनर्जीवित

भीषण गर्मी के इस दौर में वन्यजीवों को पानी की कमी न रहे इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 May 2022 12:00 AM (IST) Updated:Wed, 18 May 2022 12:00 AM (IST)
टाइगर रिजर्व में जल स्रोतों को किया जा रहा पुनर्जीवित
टाइगर रिजर्व में जल स्रोतों को किया जा रहा पुनर्जीवित

टाइगर रिजर्व में जल स्रोतों को किया जा रहा पुनर्जीवित

पीलीभीत,जेएनएन : भीषण गर्मी के इस मौसम में पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल में वन्यजीवों को पानी की कमी न रहे, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। जंगल के अंदर जलस्रोतों को पुनर्जीवित किया जा रहा है। टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल के अनुसार 73 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में फैले जंगल में कुल 360 प्राकृतिक जल स्रोत हैं, जिनमें से कई जलाशय हैं। ये जल स्रोत वर्षा आधारित हैं। गर्मियों में उनका जल स्तर नीचे चला जाता है। ऐसे में बोरिंग इंजन से पानी खींचने के लिए डीजल से चलने वाले पंपों का उपयोग किया जा रहा है। वन्यजीवों के लिए प्रचुर मात्रा में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल पुनः आपूर्ति कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जंगल में 55 मानव निर्मित वाटरहोल भी हैं। इनमें से 25 सोलर वाटर पंपिंग सेट से लैस हैं, जो चौबीसों घंटे चलते हैं। शेष तालाब पानी के टैंकरों के माध्यम से भरे जा रहे हैं। प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि फील्ड स्टाफ के लिए वाटर प्यूरीफायर प्रोटेक्शन हट्स पीटीआर में पेट्रोलिंग कैंपों में लगाए गए हैं। अब जंगल पर नजर रखने वालों के पास फ़िल्टर्ड पानी तक पहुंच है, जो प्रदूषण से मुक्त है। साथ ही तेज गर्मी के इस दौर पर वन्यजीवों के लिए भरपूर मात्रा में जगह-जगह जंगल में पानी उपलब्ध कराया गया है। दो दिन पहले उन्होंने दियोरिया रेंज के जंगल में भ्रमण करते हुए निरीक्षण तक जलस्रोतों का सत्यापन भी कर लिया है। टाइगर रिजर्व के महोफ, माला, हरीपुर और बराही रेंजों में नहरों व नदियों में भी पर्याप्त पानी उपलब्ध है।

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