शारदा नदी पर बाढ़ बचाव कार्य की रफ्तार धीमी

शारदा नदी पर कटान से बचाव के लिए करोड़ों की लागत से कार्य कराया जा रहा है लेकिन एक दिन कार्य होता है तो एक दिन तक बंद रहता है। पास से ही रेत निकालकर कट्टों में भरकर उसे लगाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 11:34 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 11:34 PM (IST)
शारदा नदी पर बाढ़ बचाव कार्य की रफ्तार धीमी
शारदा नदी पर बाढ़ बचाव कार्य की रफ्तार धीमी

पीलीभीत,जेएनएन : शारदा नदी पर कटान से बचाव के लिए करोड़ों की लागत से कार्य कराया जा रहा है लेकिन एक दिन कार्य होता है तो एक दिन तक बंद रहता है। पास से ही रेत निकालकर कट्टों में भरकर उसे लगाया जा रहा है।

रमनगरा क्षेत्र के गभिया सहराई में पिछले वर्ष शारदा नदी ने जमकर कटान किया था। मार्जिनल बांध समेत काफी जगह को नुकसान पहुंचाया था। मशक्कत के बाद मार्जिनल बांध को बचाया जा सका था। शासन की तरफ से कटान रोकने के लिए कई करोड़ से बचाव कार्य कराने निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान समय में बचाव कार्य कराया जा रहा है। जिस जगह कटान हुआ है वहां रेत के कट्टे भर कर लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यहां एक दिन कार्य हो रहा है तो एक दिन तक बंद रहता है। कई कार्य होने के चलते मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। इसके साथ ही जिस जगह पिचिग हो रही है वहीं से रेत निकालकर कट्टों में भरना बताया जा रही है। इससे गुणवत्ता पूर्ण कार्य नहीं हो पा रहा है। कट्टों को शारदा नदी के किनारे पानी भरे स्थानों पर भी डाला जा रहा है। काम का निरीक्षण करने के लिए एई वहां पहुंचते हैं। ठेकेदारों की तरफ से कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं हो पा रहा है। सिचाई विभाग के एई राजकुमार ने बताया कि पानी में फोल्डर बनाने के लिए कट्टे डाले जाते हैं। ठेकेदार और लेवर में मजदूरी को लेकर बातचीत की वजह से काम प्रभावित हो सकता है। दूर से रेत निकालकर कट्टों में भरकर लगाई जा रही है।

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