साइबर ठगों ने डीएलएड प्रशिक्षुओं को बनाया निशाना

(जागरण विशेष) धोखाधड़ी -राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश की फर्जी ईमेल बनाकर अंजाम दी वारदात 18 हजार रुपये छात्रवृत्ति मुहैया कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन की फीस छह सौ रुपये वसूली फोटो 7पीआइएलपी 39

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Nov 2019 07:12 PM (IST) Updated:Thu, 07 Nov 2019 07:12 PM (IST)
साइबर ठगों ने डीएलएड प्रशिक्षुओं को बनाया निशाना
साइबर ठगों ने डीएलएड प्रशिक्षुओं को बनाया निशाना

देवेंद्र देवा, पीलीभीत: साइबर ठगों के रोजाना नये मामले सामने आ रहे हैं। ता•ा मामला प्रदेश के डीएलएड प्रशिक्षुओं को फर्जी छात्रवृत्ति फार्म के माध्यम से ठगने का सामने आया है। एएसपीई शेड्यू नामक तथाकथित संस्था की ओर से प्रदेश के सभी डीएलएड प्रशिक्षुओं के लिए छात्रवृत्ति परीक्षा का आयोजन कराने संबंधी पत्र जारी किया गया। छात्रवृत्ति परीक्षा में 70 प्रतिशत अंक लाने वाले प्रशिक्षुओं को 18 ह•ार रुपये छात्रवृत्ति प्रदान करने की बात लिखी गई। संस्था द्वारा परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म शुल्क 600 रुपये रखा गया। जिसे प्रशिक्षु द्वारा केवल डायट या कॉलेज लॉग इन से भरा जा सकता था। छात्रवृत्ति संबंधी पत्र प्रदेश की सभी डायटों में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश की फर्जी ईमेल बनाकर भेजा गया।

अधिकांश डायट व निजी कॉलेजों के प्राचार्यों ने पत्र एससीईआरटी से आया समझकर बिना पुष्टि किए प्रशिक्षुओं को छात्रवृत्ति के संबंध में अवगत करा दिया। कुछ प्रशिक्षुओं ने पत्र में अंकित वेबसाइट और मोबाइल नंबर पर संस्था से संबंधित जानकारी जुटानी चाही तो संस्था के संबंध में कोई ठोस सूचना उपलब्ध नहीं मिली। पत्र के फर्जी होने की आशंका होने पर प्रशिक्षुओं द्वारा एससीईआरटी कार्यालय को अवगत कराया गया। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक अजय कुमार सिंह ने तत्काल आधिकारिक पत्र जारी करते हुए संस्था के फर्जी होने की पुष्टि की। साथ ही प्रदेश के सभी डायट प्राचार्यों को फर्जी पत्र पर ध्यान नहीं देने की बात कही।

प्रदेश के अधिकांश डायट प्राचार्यों की लापरवाही से सैकड़ों प्रशिक्षुओं ने आवेदन फॉर्म भर दिया है जिसकी रकम साइबर ठगों के खाते में पहुंच चुकी है। साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि शिक्षा विभाग के निदेशालय की फर्जी ईमेल बनाकर प्रदेश की सभी डायटों का डाटा भी निकाल लिया। अधिकारियों की लापरवाही से संस्था द्वारा वेबसाइट पर आवेदन फॉर्म भरे जा रहे हैं। छात्रवृत्ति पत्र के फर्जी होने की सूचना से अनभिज्ञ प्रशिक्षुओं के फॉर्म भरवाकर साइबर ठग रुपये वसूल रहे हैं।

जिस संस्था के नाम से छात्रवृत्ति परीक्षा संबंधी पत्र जारी किया गया है, उस नाम की किसी संस्था ने निदेशालय में संपर्क नहीं किया है। पत्र में दिए गए मोबाइल नंबर और वेबसाइट पर भी कोई वैध जानकारी उपलब्ध नहीं हो रही है। प्रथम ²ष्टया पत्र को फर्जी मानते हुए डायट प्राचार्यों को आवेदन फॉर्म न भरवाने के लिए सूचित किया गया है।

-अजय कुमार सिंह, संयुक्त निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश --वर्जन--

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बीसलपुर (पीलीभीत) में डीएलएड के दस प्रशिक्षुओं ने उक्त छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। बीते दिन एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक की ओर से जारी आदेश में छात्रवृत्ति परीक्षा आयोजित कर रही संस्था को फर्जी करार दिया गया। जिसके बाद सभी प्रशिक्षुओं को इस बारे में अवगत करा दिया गया है।

- शफीक मोहम्मद सिद्दीकी, प्राचार्य डायट बीसलपुर पीलीभीत

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