निषेधाज्ञा उल्लंघन में 93 सपाई गिरफ्तार, हंगामा

विरोध - नकटादाना चौराहा स्थित सपा कार्यालय परिसर में हिरासत में लिए गए - दो बसों से पुलिस लाइन ले जाया गया फिर घंटे भर बाद किए रिहा - नेहरू ऊर्जा उद्यान परिसर में सुबह से ही तैनात किया गया अधिक फोर्स फोटो 19पीआइएलपी 567

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Dec 2019 06:15 PM (IST) Updated:Thu, 19 Dec 2019 10:42 PM (IST)
निषेधाज्ञा उल्लंघन में 93 सपाई गिरफ्तार, हंगामा
निषेधाज्ञा उल्लंघन में 93 सपाई गिरफ्तार, हंगामा

जागरण संवाददाता, पीलीभीत : नागरिकता संशोधन कानून, बेपटरी कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों के लिए समाजवादी पार्टी के प्रांतीय आह्वान पर गुरुवार को धरना प्रदर्शन करने जा रहे 93 सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने निषेधाज्ञा उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। कार्यकर्ताओं को दो बसों से पुलिस लाइन पहुंचाया गया। घंटे भर बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। कुछ देर तक हंगामे का माहौल रहा। पूर्व मंत्री हाजी रियाज अहमद को उनके लॉ कॉलेज में नजरबंद किए जाने की भी चर्चा रही। एहतियात के तौर पर नेहरू ऊर्जा उद्यान, सपा कार्यालय तथा लॉ कालेज के आसपास पुलिस फोर्स तैनात किया गया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए मातहतों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

सपा नेताओं ने शहर के टनकपुर हाईवे स्थित नेहरू ऊर्जा उद्यान परिसर में गुरुवार को पूर्वाह्न दस बजे से धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। जिले में धारा 144 लागू होने के कारण प्रशासन ने धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी। सुबह से ही नेहरू ऊर्जा उद्यान में भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई। पुलिस अधीक्षक स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पर वहां पहुंचे। उधर शहर के नकटादाना चौराहा स्थित सपा कार्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। भनक लगते ही पुलिस और प्रशासन भी हरकत में आ गया। नगर मजिस्ट्रेट रितु पूनिया तथा सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल ने सपा नेताओं से बात कर धारा 144 लागू होने का जिक्र किया। सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष आनंद सिंह यादव समेत अन्य नेताओं ने धरना प्रदर्शन करने की बात कही। सपा कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। कुछ देर तक वहां हंगामा होता रहा। बाद में पुलिस प्रशासन ने सपा कार्यालय परिसर में मौजूद 93 कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। निवर्तमान जिलाध्यक्ष ने दो सौ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का दावा किया। नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन

पार्टी नेताओं ने राज्यपाल को संबोधित 18 सूत्रीय ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। ज्ञापन में नागरिकता संशोधन कानून निरस्त करने, दुष्कर्म व हत्या के दोषियों को 30 दिन के भीतर दंड देने, ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति देने, गन्ना माफिया पर रोक लगाकर किसानों को सीधे पर्चियां देने, गन्ना उतराई शुल्क की जबरन वसूली बंद करने, गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान देने, गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति क्विंटल देने, बंद चीनी मिलों को चालू करने, पराली जलाने के नाम पर किसानों का उत्पीड़न बंद करने, आलू का समर्थन मूल्य तत्काल घोषित करने, बिजली दरों की बढ़ोतरी को वापस लेने छात्रों की बढ़ी फीस वापस लेने तथा महंगाई पर नियंत्रण करने की मांग की गई है। ये सपाई रहे मौजूद

पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा, पूर्व विधायक पीतमराम, अमित पाठक, अयूब खां, डॉ. राममूर्ति गंगवार, असलम जावेद, सुरेश कश्यप, बलकार सिंह, अरूण वर्मा, बीडी प्रजापति, संतोष बाल्मीकि, विशाल वाल्मीकि, हरनाम सिंह, राजेश पटेल, नन्हे चौधरी, शक्ति गुप्ता, कमलेश परिहार, गीता गुप्ता, डिपल गौड़, अनीता शर्मा, कांति बहेलिया, इम्तियाज अल्वी, मोहम्मद मियां, मुल्लन तिवारी, शैलेश शर्मा, रफीक मुनीम, मोहम्मद अंसार, राजू वर्मा, आशीष सिंह, नोमान वारसी, गौहर अब्बास, बलजीत सिंह, पलविदर सिंह, हरविदर सिंह, रामनरेश यादव आदि। अर्धनग्न होकर सछास जिलाध्यक्ष ने जताया विरोध

सपा कार्यालय पर गिरफ्तारी के दौरान समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष नोमान अली वारसी तथा जौहर जैदी समेत कई सछास कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न होकर विरोध जताया। बस में सवार होने के बाद इन नेताओं ने खिड़की से नारेबाजी भी की। नकटादाना चौराहा स्थित सपा कार्यालय में एकत्र हुए सपा कार्यकर्ताओं ने पहले किसी नेता की जयंती मनाने की बात कही थी। इन लोगों को धारा 144 लागू होने के बारे में बताया गया था, इसके बाद भी ये लोग धरना प्रदर्शन करने के लिए जाने का प्रयास करने लगे। 93 सपा कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर किया गया। बाद में रिहा कर दिया गया। गिरफ्तारी देने वालों में 15 महिलाएं भी शामिल रहीं। मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल जिले में स्थिति पूरी तरह सामान्य है।

- अभिषेक दीक्षित, पुलिस अधीक्षक

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