नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने किया जिम्स का दौरा, बोले- लापरवाही न बरतें लोग

उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने जिम्स का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आइसोलेशन वार्ड का भी किया निरीक्षण

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 06:16 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 06:33 PM (IST)
नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने किया जिम्स का दौरा, बोले- लापरवाही न बरतें लोग
नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने किया जिम्स का दौरा, बोले- लापरवाही न बरतें लोग

ग्रेटर नोएडा, चंद्रशेखर वर्मा। सरकार पूरी ताकत व शक्ति के साथ कोरोना महामारी को रोकने का प्रयास कर रही है। इस काम में काफी हद तक सफल भी हुई है। अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश की स्थिति बेहतर है। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) की तरफ से भर्ती मरीजों उपचार के दौरान संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। कई से बात भी हुई, सभी ने संतुष्टी जताई। इससे पता लगा कि मेहनत सफल हो रही है। कोरोना के फैलाव को अगर रोकना है तो लोगों को लापरवाही छोड़नी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने यह बातें जिम्स में कहीं। वह यहां बृहस्पतिवार को अस्पताल के निरीक्षण के लिए आए थे।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को सरकार के निर्देशों को मानना होगा। निर्देशों का पालन कर ही कोरोना के फैलाव को रोका जा सकता है। शारीरिक दूरी, मास्क का प्रयोग कर व समय-समय पर हाथों को धोने से कोरोना से बचाव काफी हद तक संभव है। ऐसे में सभी लोग निर्देशों का पालन अवश्य करें। मेरठ मंडल में कोरोना के मामलों को बढ़ता देख यह दौरा किया गया। प्रदेश सरकार महामारी पर लगाम लगाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। कोरोना के शुरुआत में प्रदेश में 100 के करीब जांच होती थी। आज यह आंकड़ा 26,500 के करीब पहुंच गया।

उन्होंने कहा कि कम संसाधनों के बावजूद जिम्स कोविड केयर की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। यहां के डाॅक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हैं। इस दौरान सुरेश खन्ना ने संस्थान के आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण किया। यहां भर्ती कोविड मरीजों से टेलीफोन पर वार्ता कर सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मरीजों से सुविधाओं को और बेहतर करने के संबंध में सुझाव भी मांगे।

निरीक्षण के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों व संकाय सदस्यों के साथ बैठक की। इसमें संकाय सदस्यों को एसजीपीजीआइ के समान वेतन दिलवाने, संस्थान के कॉलेज, लाइब्रेरी व छात्रावास भवन के लिए भूमि उपलब्ध कराये जाने का भरोसा दिलाया। वहीं, मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही कोविड केयर की सुविधाओं के लिए अलग से वित्तीय सहायता दिए जाने का भी आश्वासन दिया। इस दौरान दादरी विधायक तेजपाल नागर, जिलाधिकारी, सुहास एलवाई, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ दीपक ओहरी, जिम्स के निदेशक डॉ. राकेश कुमार गुप्ता, वित्त अधिकारी पीडी उपाध्याय, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, डॉ रंभा पाठक, डॉ. शिवानी कल्हन, डॉ. नीमा आदि उपस्थित रहे।

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