चीन के हिस्से गया 6 महीने तक का ऑर्डर, देश के कपड़ा निर्यातकों को बड़ा आर्थिक नुकसान

coronavirus impact on textile industries कपड़ा निर्यातकों की नजरें फिलहाल 5000 करोड़ रुपये के घरेलू कपड़ा बाजार पर हैं। हालांकि इस कारोबार से जुड़े शहर में 1800 उद्यमियों को असंगठित क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों चुनौती देंगे। इनसे पार पाना उनके लिए टेढ़ी खीर होगी।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 02 Nov 2020 11:54 AM (IST) Updated:Mon, 02 Nov 2020 11:54 AM (IST)
चीन के हिस्से गया 6 महीने तक का ऑर्डर, देश के कपड़ा निर्यातकों को बड़ा आर्थिक नुकसान
पूरे देश के कपड़ा निर्यातकों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

नोएडा [कुंदन तिवारी]। Coronavirus Impact on Textile Industries: लॉकडाउन के कारण नोएडा ही नहीं, बल्कि पूरे देश के कपड़ा निर्यातकों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। अगले वर्ष गर्मी तक मिलने वाला ऑर्डर हाथ से निकलकर चीन के खाते में चला गया है। इससे मायूस निर्यातक अंतरराष्ट्रीय मानकों पर काम करने वाले नाेएडा के 1200 निर्यातक राष्ट्रीय मानकों पर काम करने के लिए मजबूर हो गए हैं। अब इनकी नजरें 5000 करोड़ रुपये के घरेलू कपड़ा बाजार पर हैं। हालांकि इस कारोबार से जुड़े शहर में 1800 उद्यमियों को असंगठित क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों चुनौती देंगे। इनसे पार पाना उनके लिए टेढ़ी खीर होगी।

कपड़ा, रंग, पैसा तीनों चुनौती झेलनी होगी

कपड़ा उद्योग से जुड़े जॉब वर्क करने वाले छोटे उद्यमी बड़े निर्यातकों का ऑर्डर पूरा करने में सहयोग देते हैं। इसके अलावा खाली समय में वह गांधी नगर, टैंक रोड, सदर बाजार, करोल बाग समेत दिल्ली की तमाम बाजारों के लिए सस्ती दर कपड़े से निर्मित उत्पाद उपलब्ध कराते है। यहां पर रंग, कपड़े की गुणवत्ता, पैसे को लेकर हर प्रकार का मोल भाव चलता है। यही कपड़ा नोएडा समेत पूरे देश के बाजारों में बिकता है। जिसमें तमाम ब्रांडेड लेबल लगे उत्पाद भी बेचे जाते हैं। ऐसे में इनसे कैसे मुकाबला होगा। इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है।

देश में कपड़ा निर्माताओं का आंकड़ा :

वर्ग                                                       संख्या

कपड़े से निर्मित उत्पाद का कुल कारोबार    - 580 लाख करोड़ रुपये

देश में कुल यूनिट-                                   -50 हजार

कपड़े से निर्मित उत्पाद कुल निर्यात -           130 लाख करोड़ रुपये

कपड़े से निर्मित उत्पाद कुल घरेलू बाजार      -650 लाख करोड़ रुपये

देश में कुल निर्यातक                                 -10 हजार

नोएडा में कपड़ा निर्माताओं की स्थिति :

वर्ग                             संख्या

यूनिट                       3000

निर्यातक                   1200

फैशन डिजायनर         165

कुल कारोबार              23 हजार करोड़ रुपये

निर्यात                        18 हजार करोड़ रुपये

घरेलू बाजार                5000 करोड़

राजीव बंसल (राष्ट्रीय सचिव, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (महासचिव, नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट कलस्टर) का कहना है कि हर निर्यातक को पता है कि आसान नहीं है कि वह घरेलू कपड़ा बाजार में अपनी पैठ बना सके, लेकिन सलाह मशवरा किया जा रहा है। जिससे कारोबार बचाने को घरेलू बाजार के लिए काम शुरू किया जा सके।

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