ग्रेटर नोएडा से पुलिसकर्मियों की कस्टडी से फरार हुआ बंदी एटा से गिरफ्तार
बंदी के दोबारा पकड़े जाने पर पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली है।आरोपित को ईकोटेक तीन कोतवाली पुलिस ने मार्च के महीने में छात्रा को घर से उठाने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसे अप्रैल को तबियत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण सिंह]। ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) से उपचाराधीन बंदी राजन गुप्ता बीते बुधवार को पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था। पांच दिन बाद पुलिस ने उसको एटा स्थित उसकी नानी के घर से धर दबोचा है। बंदी के पुलिस कस्टडी से भागने के बाद चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। बंदी के दोबारा पकड़े जाने पर पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली है। आरोपित को ईकोटेक तीन कोतवाली पुलिस ने मार्च के महीने में छात्रा को घर से उठाने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोपित को बीते एक अप्रैल को तबियत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पर मामला दर्ज
कासना कोतवाली प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि बंदी की अभिरक्षा में पुलिस लाइन से चार पुलिसकर्मियों मयंक, पंकज, सुनील व विनीत की ड्यूटी लगाई गई थी। बीते बुधवार को जब जेल कर्मचारी अस्पताल में पहुंचे तो पता चला कि बंदी पुलिस सुरक्षा से फरार हो गया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी गायब थे। चारों पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने का आरोपित मानते हुए मुकदमा दर्ज किया गया था। अब उसको दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस मामले में हुआ था गिरफ्तार
दिल्ली के ब्रहमपुरी का रहने वाला राजन गुप्ता ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र स्थित एक दुकान पर नौकरी करता था। उसने बीते तीन मार्च को एक छात्रा को अगवा करने की धमकी दी थी। पीड़िता ने मामले की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। एक अप्रैल को उसको खून की उल्टी हुई तो जिम्स में भर्ती कराया गया था। बीते बुधवार को वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर मौके से फरार हो गया था।