फायर NOC के नाम पर नोएडा में चल रहा था बड़ा रैकेट, फायर अधिकारी समेत दो गिरफ्तार

फायर एनओसी के नाम पर रिश्वत लेने के आरोप में पुलिस ने फायर इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 22 Sep 2019 05:23 PM (IST) Updated:Sun, 22 Sep 2019 08:45 PM (IST)
फायर NOC के नाम पर नोएडा में चल रहा था बड़ा रैकेट, फायर अधिकारी समेत दो गिरफ्तार
फायर NOC के नाम पर नोएडा में चल रहा था बड़ा रैकेट, फायर अधिकारी समेत दो गिरफ्तार

नोएडा, जेएनएन। फायर एनओसी के नाम पर रिश्वत के वायरल हुए ऑडियो की जांच में अग्निशमन विभाग में ऑनलाइन फायर एनओसी में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ऑडियो की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर फायर स्टेशन अधिकारी प्रथम (एफएसओ) कुलदीप कुमार और फायर वेंडर अरविंद गुप्ता को भ्रष्टाचार के आरोप में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि पिछले दिनों एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसमें दो व्यक्तियों के बीच एनओसी को लेकर पैसे की लेनदेन की बात हो रही थी। ऑडियो वायरल होने पर मुख्य अग्नि शमन अधिकारी (सीएफओ) ने उन्हें पत्र भेजकर प्रकरण की जांच कराने का अनुरोध किया था। क्षेत्राधिकारी प्रथम (सीओ) श्वेताभ पांडेय ने वायरल ऑडियो की प्राथमिक जांच की।

जांच रिपोर्ट के बाद हुई कार्रवाई

जांच आख्या में बताया कि वायरल ऑडियो एफएसओ प्रथम और फायर वेंडर अरविंद गुप्ता के बीच बातचीत का है और यह मई का है। जांच आख्या के अनुसार, अरविंद गुप्ता द्वारा बताया गया कि इसमें जो 80 हजार रुपये एफएसओ कुलदीप कुमार को देने व एनओसी प्राप्त करने की हो रही है, वह मदर हुड हॉस्पिटल सेक्टर 48 की बल्डिंग के फायर एनओसी के लिए हो रही थी, क्योंकि एफएसओ द्वारा उस हॉस्पिटल का भ्रमण किया गया था और उसमें कुछ कमियां पाई गई थी। उसी संदर्भ में उनके द्वारा पैसो की मांग की गई थी।

एफएसओ कुलदीप कुमार पर एनओसी के नाम पर अनुचित लाभ लेने व अरविंद गुप्ता पर गलत एनओसी प्राप्त करने के लिए एफएसओ को अनुचित लाभ देने का आरोप है। एसएसपी ने बताया कि भ्रष्टाचार के इस मामले में रविवार को शासन से अनुमति मिलने के बाद काेतवाली सेक्टर 20 में एफआइआर दर्ज कर एफएसओ कुलदीप कुमार व फायर वेंडर अरविंद गुप्ता की गिरफ्तारी की गई है।

ऑनलाइन एनओसी के नाम बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश

एसएसपी ने कहा कि ऑडियो प्रकरण की जांच में बिल्डिंगों की ऑनलाइन एनओसी दिलाने के लिए बड़े सिंडिकेट का पता लगा। सात अलग-अलग संगठित गिरोह द्वारा अपने व सहयोगियों के नाम पर विभिन्न भवन, विद्यालय, अस्पताल, उद्योग के अग्निशमन विभाग से धोखाधड़ी कर के 450 से अधिक एनओसी प्राप्त करने की बात सामने आई है।

इसके बाद इस मामले में सीएफओ की शिकायत के आधार पर सात और एफआइआर अनिल शर्मा, मनिराम डांडरियाल, देविका, देविका देशाई, जितेन्द्र मोनी, जितेन्द्र कुमार गौड़, एमएसपीएल, अरविंद कुमार गुप्ता, अरविंद गुप्ता, विशाल ढिंगरा, मुकेश गुप्ता, इंद्र कुमार मनी व गुरप्रीत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत दर्ज हुई है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।

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