ग्रेटर नोएडा : जिले में नौ स्थानों पर जली पराली, तीन किसानों पर हुई एफआइआर

कृषि विभाग तीन मामलों को सीमा पार बुलंदशहर की बता रहा है। जबकि अन्य मामले खेतों में पराली की जगह कूड़े के ढेरों में आग लगी होने के दावे किए जा रहे है। जिला प्रशासन ने तीन किसानों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 06 Nov 2020 05:21 PM (IST) Updated:Fri, 06 Nov 2020 05:21 PM (IST)
ग्रेटर नोएडा : जिले में नौ स्थानों पर जली पराली, तीन किसानों पर हुई एफआइआर
जिला प्रशासन ने तीन किसानों के खिलाफ कराई है एफआइआर

ग्रेटर नोएडा [अजब सिंह]। सूबे मे पराली जलाने के करीब 144 मामले सामने आ चुके है। शासन के आदेश पर लगातार पराली जलाने वाले बेपरवाह किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिले में सेटेलाइट के जरिए नौ स्थानों पर पराली जलाए जाने के मामले प्रकाश में अाए है। जांच के बाद जिला प्रशासन ने तीन किसानों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है। जबकि एक किसान को नोटिस भेजा गया है। कृषि विभाग तीन मामलों को सीमा पार बुलंदशहर की बता रहा है। जबकि अन्य मामले खेतों में पराली की जगह कूड़े के ढेरों में आग लगी होने के दावे किए जा रहे है।

बता दें कि खेतों में पराली जलाने के रोकने के लिए राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) से निगरानी कर रहा है। जिसकी नियमित रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जा रही है। सेटेलाइट से सूचना मिलते ही अमला जांच करने के लिए दौड़ पड़ता है। खेतों में पराली न जले जिला प्रशासन गांवों में गोष्ठी सभा आयोजित कर किसानों को जागरूक भी कर रहा है। जिला प्रशासन के मुताबिक इस साल जिले में पराली जलाने के मामले बेहद कम आए है। पिछले साल पराली जलाने के आरोप में जिला प्रशासन ने 28 किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। जबकि इस साल जिले में महज नौ मामले सामने आए हैं।

गौतमबुद्धनगर के डॉक्टर मनवीर सिंह ने कहा कि जिला कृषि अधिकारी  सेटेलाइट से जिले में अब तक नौ स्थानों पर पराली जलने की सूचना मिली है। जांच में तीन स्थानों पर पराली व तीन स्थानों पर कूड़े के ढेर में आग लगी मिली। जबकि तीन मामले बुलंदशहर क्षेत्र के है। 

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