किसानों के लिए आफत बनकर बरसे बदरा, फसल बर्बाद

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : बेमौसम बारिश ने फसलों पर संकट खड़ा कर दिया है। सोमवार को हुई हल्क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Apr 2018 09:04 PM (IST) Updated:Mon, 09 Apr 2018 09:04 PM (IST)
किसानों के लिए आफत बनकर बरसे बदरा, फसल बर्बाद
किसानों के लिए आफत बनकर बरसे बदरा, फसल बर्बाद

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : बेमौसम बारिश ने फसलों पर संकट खड़ा कर दिया है। सोमवार को हुई हल्की बूंदाबादी से किसानों की सांसे अटकी हैं। अचानक बदले मौसम से जहां लोगों को राहत मिली वहीं, मेहनत के बाद खेतों में तैयार गेहूं की फसल खराब होने का डर किसानों को सता रहा है। बढि़या पैदावार की आस लगाए बैठे किसानों के चेहरे पर ¨चता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं। पिछले दो दिनों से तेज आंधी के साथ हुई बेमौसम बरसात ने गेहूं की ज्यादातर फसलों को जमीदोज कर दिया है।

फसल पककर तैयार चल रही कटाई

गेहूं फसल पूरी तरह पक चुकी है। किसानों ने खेतों में कटाई का कार्य शुरू कर दिया है। 25 फीसद किसान खेतों में गेहूं फसल की कटाई कर चुके है।इन किसानों को खेतों में फसल खराब होने का ज्यादा डर सता रहा है। बेमौसम बरसात के साथ उमड़ी आंधी ने आग में घी डालने का काम किया है। ज्यादातर गेहूं फसल गिर गई है, गिरी फसलों को देखकर किसानों में मायूसी पसरी है। किसानों को इस बार अच्छी फसल की उम्मीद थी। कृषि विभाग भी इस बार गेहूं उत्पादकता बढ़ने का दावा कर रहा था, लेकिन मौसम के करवट बदलने के बाद किसानों को खेत से फसल उठाना मुश्किल हो गया है। कटा हुआ गेहूं खेतीं में पड़ा है। किसानों को आशंका है कि पानी में भीगकर उसका दाना बदरंग हो जाएगा।

44 हजार 825 हेक्टेयर जमीन में हुई गेहूं की बुआई

विभागीय आकड़ों के मुताबिक जिले में 46 हजार 825 हेक्टेयर जमीन में रबी की खेती होती है। प्रशासन ने इस बार 44 हजार 208 हेक्टेयर गेहूं फसल की बुआई का लक्ष्य रखा था। लक्ष्य के सापेक्ष किसानों ने 44 हजार 825 हेक्टेयर जमीन में गेहूं की फसल बुवाई की । 96 फीसद रबी की जमीन पर अन्य फसलों की अपेक्षा गेहूं फसल खड़ी है।

25 फीसद किसान कर चुके है कटाई

जिले में मात्र 25 फीसद किसान ही खेतों में गेहूं की कटाई कर चुके है, बाकि फसल पकने के कगार पर है। बेमौसम बरसात से कितना नुकसान हुआ इसका अंदाजा लगाने के लिए प्रशासन स्तर से सर्वे का काम शुरू करा दिया है। कृषि विभाग का दावा है कि जिले में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। आंधी व बेमौसम बरसात से कुछ हिस्से में फसल गिरी है। पशुओं के चारे की समस्या खड़ी नहीं होगी बल्कि गेहूं की उत्पादकता घट सकती है। कृषि विभाग के मुताबिक बारिश से गेहूं और दलहनी फसलों को करीब 10 से 15 फीसद का नुकसान पहुंच सकता है। - कर्ज लेकर बेटे को बीटेक की पढ़ाई के लिए एडमिशन कराया । गेहूं की लहलहाती फसल से अबकी बार काफी उम्मीद थी। बारिश की वजह से फसल धरासाई हो गई है।

-कैलाश शर्मा, बिलासपुर खेती किसानी ही परिवार की आमदनी का एक मात्र सहारा है। बेमौसम बारिश ने अरमानों पर पानी फेर दिया है।

-अनिल पंडित, बिलासपुर -पहले ओलावृष्टि उसके बाद दो वर्षों से बेमौसम बरसात की मार ने कमर तोड़ दी है। गेहूं फसल खेतों में पूरी तरह गिर गई है। समझ नहीं आ रहा यदि अब बारिश हुई तो बर्बाद हो जाएंगे।

-महेश शर्मा खराब मौसम की वजह से कुछ हिस्से में फसल गिर गई है। फसलों का सर्वेक्षण कराकर हुए नुकसान का आकलन कराया जा रहा है।

-एके बिश्नोई, उप कृषि निदेशक

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