सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कस्बे से दूर असुविधाओं से भरपूर

फोटो 21 जीएनपी 13 व 14 - न बिजली न पानी, मरीजों को सिर्फ मिलती है परेशानी मनोज कुमार शर्मा, जेव

By Edited By: Publish:Sun, 21 Dec 2014 08:25 PM (IST) Updated:Sun, 21 Dec 2014 08:25 PM (IST)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कस्बे से दूर असुविधाओं से भरपूर

फोटो 21 जीएनपी 13 व 14

- न बिजली न पानी, मरीजों को सिर्फ मिलती है परेशानी

मनोज कुमार शर्मा, जेवर : प्रदेश सरकार गांव के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने के लिए मरीजों को घर से लाने व पहुंचाने के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू की है, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो रहा है।

जेवर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना 2011 में हुई थी। लंबे समय बाद भी आजतक यहा सुविधाओं की तरफ कोई ध्यान नही दिया गया। नियम के मुताबिक केंद्र पर 30 बेड होने चाहिए, लेकिन यहां एक भी बेड नहीं लगाया गया है। केंद्र पर बिजली व मरीजों के लिए पेयजल तक की सुविधा नही है। परिसर में पेयजल के लिए ओवर हैडटैंक बनाया गया लेकिन पेयजल की आपूर्ति एक दिन भी नही हुई। परिसर के लिए बिजली का कनेक्शन है लेकिन आपूर्ति कई माह से बाधित है। परिसर में आने वाले मरीज अस्पताल के सामने सड़क पर लगे जल निगम के हैंडपंप से पानी पीने को मजबूर है। इसके अलावा अस्पताल में जरूरी संसाधनो की भारी कमी है। तीन साल पहले बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ईमारत जर्जर होने लगी है। अस्पताल में डाक्टर भी मरीजों को दवा देने के लिए समय से नही पहुंचते। जिससे मरीजों को अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट ही देखकर दवाओं का वितरण कर रहे हैं।

ओपीडी में नहीं मिलते डॉक्टर: स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य सेवाओं का भारी टोटा है। मरीज जेवर कस्बे के अलावा गाव देहात से ईलाज के लिए कई किलोमीटर का सफर तय कर अस्पताल पहुंचते है, लेकिन ओपीडी में डाक्टरों के न मिलने से निराश होकर बिना ईलाज कराए ही वापस लौटने को मजबूर हैं।

परिसर में उगी है झाड़ियां

अस्पताल परिसर को देखने के बाद ऐसा नही लगता की तीन साल पहले यहा कोई अस्पताल बना था। परिसर के मुख्य द्वार के सामने बड़ी-बड़ी झाड़ियां खड़ी हैं। इनमें तरह तरह के साप कीडे़ रहने लगे हैं। इससे मरीज भी अस्पताल परिसर में निकलने में डरते हैं।

अस्पताल दूर होने से परेशानी

जेवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कानीगढ़ी रोड पर कस्बे से बाहर जंगल में बनाया गया। जहा आने जाने के लिए मरीजो को संसाधन नही मिलते। सबसे बड़ी बात यह है कि महिलाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या आती है महिलाएं अकेले अस्पताल तक जाने में डरती ेैं। अस्पताल तक पहुंचाने के लिए पचास से सौ रुपये खर्च करने पड़ते हैं, इसके बाद भी उपचार नहीं मिलता।

खराब पडे़ है हैंडपंप

यहा आने वाले मरीजो का आरोप है कि परिसर में लगे हैंडपंप और ओवर हैड टैंक दोनों खराब हैं। जिससे मरीजो को दवा लेने के लिए भी पानी की समस्या होती है। अगर मरीजों को दवा लेने के लिए पानी चाहिए तो सड़क पर लगे सरकारी हैडपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है।

अस्पताल एक नजर में बाक्स में

नाम : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जेवर

पता : कस्बे से बाहर जंगल में कानीगढी रोड पर

एक्सरे सुविधा व डाक्टर : नहीं है एक्सरे मशीन

शिशु रोग विशेषज्ञ : कोई तैनाती नहीं

महिला रोग विशेषज्ञ : कोई तैनाती नहीं

बिजली की सुविधा : कनेक्शन है लेकिन आपूर्ति नहीं

पेयजल सुविधा : ओवर हैड टैंक व नल हैं लेकिन दोनों खराब पडे़ हैं।

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