Lok Sabha Elections: मुजफ्फरनगर में मायावती का मंच से एलान, सरकार बनी तो 'पश्चिमी यूपी' होगा अलग राज्य

Lok Sabha Election Muzaffarnagar News In Hindi Mayawat Rally रविवार को बसपा सुप्रीमो ने मुजफ्फरनगर में जीआइसी के खेल मैदान पर चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बसपा ने प्रदेश में चार बार शासन किया लेकिन कभी भी जातीय अथवा सांप्रदायिक संघर्ष नहीं होने दिया। जबकि सपा और भाजपा के शासन में भाईचारा समाप्त हुआ है। जाट और मुस्लिम को आपस में लड़ाकर नफरत पैदा की गई।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena Publish:Sun, 14 Apr 2024 04:03 PM (IST) Updated:Sun, 14 Apr 2024 04:03 PM (IST)
Lok Sabha Elections: मुजफ्फरनगर में मायावती का मंच से एलान, सरकार बनी तो 'पश्चिमी यूपी' होगा अलग राज्य
मुजफ्फरनगर में मायावती ने चुनावी रैली को किया संबोधित। जागरण।

HighLights

  • समाजवादी पार्टी के शासन से ही टूटा पश्चिम यूपी में भाईचारा
  • बसपा सुप्रीमो बोलीं, कांग्रेस और भाजपा की नीतियां दलित और आदिवासी विरोधी हैं

संवाददाता, जागरण, मुजफ्फरनगर। बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि सपा के शासन से ही उत्तर प्रदेश और खासकर पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाईचारा समाप्त हुआ, जबकि बसपा के शासन काल में कभी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। कांग्रेस और भाजपा की नीतियां पूंजीपतियों का भला करने वाली हैं, इनके एजेंडा में दलित, आदिवासी और वंचित नहीं हैं।

कांग्रेस और भाजपा पर किए प्रहार

मायावती ने कहा कि आजादी के बाद देश के ज्यादातर राज्यों में कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन दलित, आदिवासी एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विरोध की नीतियों के कारण ही कांग्रेस को सत्ता से बाहर होना पड़ा। पिछले कुछ वर्षों से केंद्र और विभिन्न राज्यों में भाजपा व उनके सहयोगी दल सत्ता में काबिज हो गए लेकिन इनकी भी सोच जातिवादी, पूंजीवादी, संकीर्ण, सांप्रदायिक एवं द्वेषपूर्ण नीतियों को बढ़ाया गया। इनकी कथनी और करनी में फर्क होने की वजह से ऐसा लगता है इस बार यह पार्टी भी सत्ता से बाहर हो जाएगी।

देश की जनता जुमलेबाजी समझ चुकी

मायावती ने कहा कि यदि यह चुनाव पारदर्शिता से हुआ और वोटिंग मशीन में कोई गड़बड़ी नहीं की गई, तो इनकी नाटकबाजी एवं जुमलेबाजी काम नहीं आएगी। क्योंकि देश की जनता समझ चुकी है कि गरीबों को अच्छे दिन आने का वादा करने वालों का असली मकसद पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना है। पूंजी पत्तियों के सहयोग से ही यह पार्टियां अपना संगठन चलाती हैं, चुनावी बांड से यह बात साबित हो चुकी है। कांग्रेस की तरह ही भाजपा ने भी सरकारी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण कर दिया है।

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किसान परेशान, युवाओं को नहीं मिल रहे रोजगार

मायावती ने कहा कि वर्तमान समय में किसान परेशान हैं, जबकि बसपा के शासन में किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान होता था और गन्ना मूल्य में भी सर्वाधिक वृद्धि की गई थी। उन्होंने बसपा शासन में यूपी पुलिस और अन्य विभागों में भर्ती को लेकर कहा कि हमने बगैर पैसा खर्च कराए नौजवानों को नौकरी दी, जबकि भाजपा सरकार कुछ खाद्य सामग्री देकर लोगों को गुमराह कर रही है।

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पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने का मुद्दा भी उछाल गई बसपा सुप्रीमो

मायावती ने पश्चिम यूपी में लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण को लेकर अपनी सोशल इंजीनियरिंग भी समझाई और कहा कि मुजफ्फरनगर में प्रजापति, बिजनौर में जाट, कैराना में राजपूत, सहारनपुर में मुस्लिम को टिकट दिया गया है, जिसमें सर्व समाज को प्रतिनिधित्व दिया है। इसके मीरापुर के पूर्व विधायक मौलाना जमील को उत्तराखंड के हरिद्वार से प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा बसपा सुप्रीमो ने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने पर पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने का ठोस प्रयास किया जाएगा। 

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