11 करोड़ श्रीराम नाम अंकित पुस्तिका अयोध्या पहुंचाई

ज्ञानेश्वर सेवा दल के सदस्य 11 करोड़ श्रीराम नाम अंकित पुस्तिका शुक्रवार को अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर ट्रस्ट को सौंपकर कर रविवार को लौट आए। चेयरमैन के नेतृत्व में नौ सदस्यीय दल तीन दिन पहले अयोध्या गया था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 11:54 PM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 11:54 PM (IST)
11 करोड़ श्रीराम नाम अंकित पुस्तिका अयोध्या पहुंचाई
11 करोड़ श्रीराम नाम अंकित पुस्तिका अयोध्या पहुंचाई

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। ज्ञानेश्वर सेवा दल के सदस्य 11 करोड़ श्रीराम नाम अंकित पुस्तिका शुक्रवार को अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर ट्रस्ट को सौंपकर कर रविवार को लौट आए। चेयरमैन के नेतृत्व में नौ सदस्यीय दल तीन दिन पहले अयोध्या गया था।

जानसठ कस्बे के ज्ञानेश्वर सेवादल ने बीते कई माह से दस हजार पुस्तकों में 11 हजार श्रीराम नाम लिखने की मुहिम चलाई थी। उन पुस्तकों को अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाना था ताकि क्षेत्र के लोगों की भी श्रीराम मंदिर के निर्माण में भागीदारी हो सके। कुछ दिन पहले ज्ञानेश्वर सेवा दल का नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल चेयरमैन प्रवेंद्र भड़ाना के नेतृत्व में इन पुस्तकों को लेकर अयोध्या के लिए रवाना हुआ था। शुक्रवार को दल के सदस्यों ने श्रीराम मंदिर ट्रस्ट में खाता खोलकर श्रीराम नाम जमा करके श्रीरामलला के दर्शन किए। रविवार को लौटने पर दल के सचिव दीपेश गुप्ता ने बताया यह श्रीराम नाम पुस्तिका मंदिर के निर्माण के समय गर्भगृह में रखी जाएंगी। प्रतिनिधिमंडल में पंचमुखी मंदिर के पंडित अंकज भारद्वाज, अंकित संगल, निशांत कांबोज, बबलू सैनी, अश्विनी अग्रवाल व अजय कुमार आदि मौजूद रहे। दुनिया के पापों की कीमत चुकाने को यीशु ने सहन किया दुख

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में ईसाई समाज ने रविवार को प्रभु यीशु मसीह की मृत्यु के तीसरे दिन उनके पुनर्जीवित होने का पर्व ईस्टर संडे मनाया। उनके जीवन तथा मानव जाति के उत्थान के लिए किए गए कार्यो पर प्रकाश डाला गया।

सीएनआइ ऐपीफेनी चर्च में ईस्टर संडे मनाया गया। यीशु मसीह के पुनर्जीवित होने की खुशियां मनाई गई। प्रभु यीशु को याद किया गया। विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की गई। ऐपीफेनी चर्च के पादरी निर्मल जैकब ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह मृत्यु तीसरे दिन पुनर्जीवित हो उठे थे। गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु मसीह क्रास पर चढ़ाए गए। इसके तीन दिन बाद वह पुनर्जीवित हुए। वह आज भी जिदा हैं। उन्होंने दुनिया के पापों की कीमत चुकाने के लिए यह दु:ख सहन किया। प्रभु यीशु मसीह का मुर्दो के बीच से जीवित होना अनोखी बात है, लेकिन जिदा कोई नहीं हुआ। इस दौरान प्रभु यीशु मसीह के गीत गाए गए।

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