गेहूं की बुवाई हो गई पछैती, मैंथा के लिए भी नहीं खाली खेत

गन्ना किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब पर्ची न पहुंचने से गेहंू की फसल पछैती हो गई है। मैंथा फसल की बुवाई के लिए भी किसानों को पेड़ी गन्ना काटने की दरकार है।

By RashidEdited By: Publish:Thu, 27 Dec 2018 03:42 PM (IST) Updated:Thu, 27 Dec 2018 04:05 PM (IST)
गेहूं की बुवाई हो गई पछैती, मैंथा के लिए भी नहीं खाली खेत
गेहूं की बुवाई हो गई पछैती, मैंथा के लिए भी नहीं खाली खेत

मुरादाबाद । गन्ना किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब पर्ची न पहुंचने से गेहंू की फसल पछैती हो गई है। मैंथा फसल की बुवाई के लिए भी किसानों को पेड़ी गन्ना काटने की दरकार है। समय रहते खेत खाली न होने पर मैंथा की बुवाई भी प्रभावित होने के आसार है।जनपद में कमोबेश दस हजार हेक्टेयर में पेड़ी गन्ने की फसल होती है जिसे काट कर किसान गेंहू की बुवाई करते हैं।

गन्ना समितियां पर्चियों में कर रही घालमेल 

चालू पेराई सत्र में गन्ने की पर्ची कम पहुंचने से लगभग दो हजार हेक्टेयर पेड़ी गन्ना अभी किसानों के खेत में खड़ा है। किसानों का आरोप है कि गन्ना समितियां पर्चियों में घालमेल कर रही हैं। सैकड़ों किसानों की अभी तक पर्चियां न आने से गेहंू की बुवाई नहीं हुई है जबकि चहेते किसानों की पर्चियां जरूरत से अधिक पहुंच रही हैं। खेत खाली करने के लिए किसानों सस्ते दामों में गन्ना बेचना पड़ रहा है। कोल्हू संचालक सौ रुपये क्विंटल व दलाल 180-200 रुपये क्विंटल गन्ना खरीद कर किसानों का शोषण कर रहे हैं। किसानों का आरोप है गन्ना विभाग व चीनी मिल प्रबंधन की साठगांठ से किसानों का गन्ना सस्ते दामों में खरीदा जा रहा है। मिलों के दलालों के पास पर्चियां पहुंचने सीमांत व लघु किसान परेशान हैं। उन्होंने गुमराह करने का आरोप लगाया है।

किसानों की जुबानी

किसान नेता महक सिंह- खनुपुरा, देवेंद्र सिंह-जगरम्पुरा, ऋषिपाल सिंह- लदावली, नरेश प्रताप सिंह- नाजरपुर कहते हैं कि अगवानपुर व बेलवाड़ा चीनी मिलें किसानों का शोषण कर रही हैं। पर्चियों की तलाश में किसान गन्ना समिति व चीनी मिलों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन पर्चियां नहीं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि खेत खाली न होने से गेंहू की फसल बोने से रह गई है। अब किसान मैंथा की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं।चीनी मिलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अवैध गन्ने की खरीद करने पर मिल प्रबंधक के खिलाफ रिर्पोट दर्ज कराई जाएगी।राजेश मिश्र, उप गन्ना आयुक्त  

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