भाकियू में जिलाध्यक्ष को लेकर घमासान

मुरादाबाद : जिलाध्यक्ष पद को लेकर अमरोहा में भाकियू एक बार फिर दो फाड़ हो रही है। डूंग

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 May 2018 02:24 PM (IST) Updated:Tue, 22 May 2018 02:24 PM (IST)
भाकियू में जिलाध्यक्ष को लेकर घमासान
भाकियू में जिलाध्यक्ष को लेकर घमासान

मुरादाबाद : जिलाध्यक्ष पद को लेकर अमरोहा में भाकियू एक बार फिर दो फाड़ हो रही है। डूंगर ¨सह को जिलाध्यक्ष बरकरार रखने के विरोध में जिले के कई ब्लाक एवं तहसील कार्यकारणी के पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत को भेजा है।

फत्तेपुर छीतरा की पंचायत में आए आमने- सामने

भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं की जिला स्तरीय पंचायत गांव फत्तेपुर छीतरा में किसान भवन पर हुई। जिलाध्यक्ष के पद को लेकर चर्चा हुई। एक तरफ जहां एक गुट डूंगर ¨सह को ही जिलाध्यक्ष बने रहने के लिए अडिग था। वहीं दूसरा गुट इसके विरोध में था। डूंगर ¨सह को ही जिलाध्यक्ष बनाए रहने पर दूसरा गुट विरोध में आ गया। इसके पश्चात जिलाध्यक्ष पद को लेकर भारतीय किसान यूनियन के दो गुटों में बंट गई। दूसरा पक्ष अब इसके विरोध में सामूहिक इस्तीफा दे रहा है।

छह माह को बनाया गया था जिलाध्यक्ष

प्रदेश कार्यकारणी सदस्य आलोक कुमार का कहना है कि डूंगर ¨सह को छह माह के लिए ही जिलाध्यक्ष बनाया गया था। उन्हें अब दस माह से अधिक का समय बीत चुका है। बावजूद इसके वह अपने पद पर जमे हुए हैं। प्रदेश कार्यकारणी सदस्य आलोक कुमार, तहसील अध्यक्ष अशोक ¨सह, ब्लाक अध्यक्ष गजरौला राजेन्द्र ¨सह, नौगावां सादात तहसील अध्यक्ष सुधाकर ¨सह, अमरोहा राकेश गिल आदि ने सामूहिक रूप से अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत को भेजा है।

किसानों की मांगें भी उठाई

दूसरी और पंचायत में किसानों का बकाया गन्ना मूल्य चीनी मिलों से शीघ्र दिलवाए जाने, गेहूं क्रय केन्द्रों पर घटतौली रोककर किसानों का गेहूं का भुगतान शीघ्र कराए जाने की मांग की। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी विजयपाल ¨सह, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य आलोक कुमार, जिलाध्यक्ष डूंगर ¨सह, अशोक ¨सह, रामवीर ¨सह, बिजेन्द्र शर्मा, काले ¨सह, चन्द्रभान सैनी, मुंशी सद्दीक अहमद, राजेन्द्र ¨सह, राजवीर ¨सह आदि मौजूद थे।

बोले चौधरी विजयपाल सिंह

इस मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी विजयपाल ¨सह बोले घर परिवार का मामला है, इसे आपस में मिल बैठ कर सुलझा लिया जाएगा। किसी का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाएगा। बातचीत की जा रही है।

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