चलती ट्रेन में नष्ट हो जाएंगी प्लास्टिक की बोतलें moradabad news

चलती ट्रेन में प्लास्टिक की बोतल व प्लास्टिक का नष्ट कर रीसाइकिल हो जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुबंई राजधानी एक्सप्रेस में यह मशीन लगाई गई है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 28 Sep 2019 07:25 AM (IST) Updated:Sat, 28 Sep 2019 07:25 AM (IST)
चलती ट्रेन में नष्ट हो जाएंगी प्लास्टिक की बोतलें moradabad news
चलती ट्रेन में नष्ट हो जाएंगी प्लास्टिक की बोतलें moradabad news

मुरादाबाद : चलती ट्रेन में प्लास्टिक की बोतल व प्लास्टिक का नष्ट कर रीसाइकिल हो जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुबंई राजधानी एक्सप्रेस में यह मशीन लगाई गई है। 

स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारतीय रेलवे लगातार काम कर रहा है। स्टेशनों व ट्रेनों से गंदगी पर काफी हद तक कमी आयी है। केंद्र सरकार दो अक्टूबर से देश भर में प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाने जा रही है। रेलवे ने प्लास्टिक के खिलाफ अभियान में अहम भूमिका निभाने की तैयारी कर ली है।

ट्रेनों में प्रति दिन 60 लाख से अधिक यात्री सफर करते हैं। बोतल बंद पानी का प्रयोग भी ट्रेनों व स्टेशन पर खूब किया जाता है। खाली बोतलों की ट्रेन के अंदर, रेल लाइन के किनारे आदि भरमार होती है। रेलवे प्रशासन प्लास्टिक की बोतल के स्थान पर अन्य सामग्री की बोतल का प्रयोग करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है।

भारतीय रेलवे स्वच्छ हरित मिशन के तहत प्लास्टिक की बोतल को नष्ट करने और रीसाइकिल करने के लिए स्टेशनों पर उपकरण लगा रहा है। ट्रेनों में भी बोतल व प्लास्टिक को नष्ट करने के लिए नये उपाय करने जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुबंई राजधानी में यह व्यवस्था की है। पीछे की बोगी में पालीथायेलन टेरोपैथीलेन (पीईटी) मशीन लगाई है।

यह मशीन बोतल व प्लास्टिक का सामान कर रीसाइकिल करेरी। इस मशीन में तीन हजार बोतल नष्ट करने व रीसाइकिल करने की क्षमता है। मशीन में दो सौ मिलीलीटर से लेकर 2.5 लीटर तक की बोतल नष्ट की जा सकती है।

रेलवे दो अक्टूबर से प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाने जा रहा है। रेलवे स्टेशनों के अलावा ट्रेनों में प्लास्टिक नष्ट करने व रीसाइकलिग मशीन लगाई जाएगी।

अश्वनी कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक।  

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