विश्व कल्याण के लिए गायत्री यज्ञ में समर्पित की आहुति, वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ नौ कुंडीय गायत्री यज्ञ शुरू

अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा शरदीय नवरात्र की नवमी के अवसर पर रविवार को नौ कुंडीय गायत्री यज्ञ का आयोजन हुआ जिसमें वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ साधकों ने आहुतियां समर्पित करते हुए विश्व कल्याण की कामना की।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 09:31 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 09:31 AM (IST)
विश्व कल्याण के लिए गायत्री यज्ञ में समर्पित की आहुति, वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ नौ कुंडीय गायत्री यज्ञ शुरू
विश्व कल्याण के लिए वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ नौ कुंडीय गायत्री यज्ञ शुरू

सम्भल, जेएनएन। अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा शरदीय नवरात्र की नवमी के अवसर पर रविवार को नौ कुंडीय गायत्री यज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ साधकों ने आहुतियां समर्पित करते हुए विश्व कल्याण की कामना की।

धनारी क्षेत्र के गायत्री प्रज्ञा पीठ खलीलपुर पर आयोजित नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ में सर्वप्रथम आचार्य ने संगीतमय धुनों के साथ देव आवाहन किया। विधिवत पूजा अर्चना के साथ नौ कुंडीय गायत्री यज्ञ का शुभारंभ हुआ और वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ साधकों ने पान, सुपारी, नारियल आदि की आहुतियां समर्पित की। एक दिवसीय यज्ञ में पूर्णाहुति के साथ आरती हुई और कार्यक्रम का समापन हुआ। शांति कुंज के आचार्य भोलाशंकर, कुलदीप शर्मा नारायण, सतीश, ऋतु, सुषमा, महिमा और शिवानी ने यज्ञ सम्पन्न कराया। इस अवसर पर आचार्य नरेंद्र कुमार ने बताया कि वर्तमान में देश ही नहीं पूरा विश्व कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा है। ऐसे वक्त में यज्ञ में आहुति समर्पित कर विश्व कल्याण की कामना करना ही सर्वोपरि है। यज्ञ से न केवल वातावरण की शुद्धि होती है बल्कि विश्व के मानव जगत का कल्याण भी होता है। भारतीय वैदिक परंपरा में यज्ञ महत्वपूर्ण था और यज्ञ की शुरुआत से ही दिनचर्या शुरू होती थी। उन्होंने आराधना, साधना और उपासना के संबंध में विस्तार पूर्वक समझाते हुए सभी से अपने जीवन में उतार लेने के लिए प्रेरित किया इस अवसर पर विनोद कुमार, राज्यपालसिंह, उदयवीर, बहादुर आदि का सहयोग रहा।

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