मुरादाबाद नगर न‍िगम : पार्षद और कर्मचारी संघ में बढ़ी तकरार, सफाई ठप करने की चेतावनी

Moradabad Municipal Corporation नगर निगम कर्मचारी संघ को सफाई संगठन और पार्षद को भाजपाइयों का समर्थन। नगर निगम कर्मचारी संघ का निर्माण कार्यों में धांधली के साक्ष्य होने का दावा। वार्ड 68 में निर्माण कार्यों में धांधली के सुबूत होने की कही बात।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 01:23 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 01:23 PM (IST)
मुरादाबाद नगर न‍िगम : पार्षद और कर्मचारी संघ में बढ़ी तकरार, सफाई  ठप करने की चेतावनी
पार्षद और कर्मचारी संघ में बढ़ी तकरार।

मुरादाबाद, जेएनएन। Controversy in Councilor and Employees Union। नगर निगम कर्मचारी संघ और पार्षदों के बीच चल रही तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस पार्षद नदीम अंसारी के पक्ष में भाजपा के पार्षद भी आ गए हैं। वहीं नगर निगम कर्मचारी संघ को एससी-एसटी संघ, भावाधस, उप्र सफाई कर्मचारी संघ का समर्थन मिल चुका है। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। नदीम अंसारी ने फर्जी बिल बनाकर टैक्स वसूली के आरोप नगर निगम बोर्ड बैठक में लगाए थे। वहीं कार्यकारिणी उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता ने ज्यादा टैक्स लगाकर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जिसकी जांच के आदेश नगर विकास प्रमुख सचिव ने दिए हैं।

नगर निगम कर्मचारी संघ ने  बैठक करके पार्षद नदीम अंसारी पर निर्माण में धांधली के आरोप लगाए हैं। दावा किया है कि उनके पास धांधली के साक्ष्य हैं। इनका आरोप है कि कुछ कामों में धांधली के कारण उनकी फाइल नदीम अंसारी के घर हैं। इस आरोप को नदीम अंसारी ने गलत बताया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मुहम्मद सुबहान बोर्ड बैठक में टैक्स वसूली में धांधली का मुद्दा उठने के बाद आरोप लगा रहे हैं। मुहम्मद सुबहान ने कहा है कि उनके वार्ड 68 में निर्माण कार्यों में हुई धांधली के साक्ष्य हैं।

आरोप-प्रत्यारोप के आधार पर जांच नहीं हो सकती

पार्षद व नगर निगम निगम कर्मचारी संघ ने कोई भी साक्ष्य ऐसा नहीं दिया है। पार्षदों ने टैक्स में धांधली होने का साक्ष्य नहीं दिया है। मौखिक रूप से आरोप लगाने के आधार पर जांच नहीं हो सकती।

अनिल कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त

सफाई कर्मचारी संघ ने दी सफाई ठप करने की चेतावनी

उप्र सफाई कर्मचारी संघ ने नगर निगम कर्मचारी संघ के समर्थन में सफाई ठप करने की चेतावनी दी है। प्रांतीय उपाध्यक्ष ओमीलाल वाल्मीकि का कहना है कि पार्षदों ने सफाई कर्मियों के फोटो व मोबाइल नंबर फ्लैक्सी पर लिखवाने का मुद्दा बोर्ड बैठक में उठाया था। इसके वह खिलाफ है। सफाई कर्मियों को 7500 रुपये मानदेय मिलता है। लेकिन,नियमों के दायरे में बांध रहे तो मानदेय भी बढ़ाना होगा।

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