मुरादाबाद के चक्कर की मिलक में झोलाछाप की क्लीनिक सील, बिना लाइसेंस के दी जा रहीं थीं दवाइयां

Clinic seal of fraud in Moradabad महानगर के चक्कर की मिलक में झोलाछाप द्वारा रोगियों का इलाज किया जा रहा था। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने शिकायत के बाद जांच करने पहुंचे और क्लीनिक को सील कर दिया है। नोटिस देकर जवाब मांगा है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 25 Aug 2021 09:57 AM (IST) Updated:Wed, 25 Aug 2021 09:57 AM (IST)
मुरादाबाद के चक्कर की मिलक में झोलाछाप की क्लीनिक सील, बिना लाइसेंस के दी जा रहीं थीं दवाइयां
शिकायत के बाद जांच करने पहुंचे एसीएमओ, काफी मात्रा में मिली दवाइयां।

मुरादाबाद, जेएनएन। Clinic seal of fraud in Moradabad : महानगर के चक्कर की मिलक में झोलाछाप द्वारा रोगियों का इलाज किया जा रहा था। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने शिकायत के बाद जांच करने पहुंचे और क्लीनिक को सील कर दिया है। नोटिस देकर जवाब मांगा है। जिलाधिकारी के पास कुछ लोगों ने शिकायत की था कि चक्कर की मिलक क्षेत्र के चार खंभे वालेे बंगलेे के पास झोलाछाप द्वारा रोगियों का इलाज किया जा रहा है। क्लीनिक पर झोलाछाप बिना लाइसेंस के दवा भी रखे हुए हैं। जिलाधिकारी ने सीएमओ को जांच कराने का आदेश दिया था।

मंगलवार को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अजय शर्मा टीम के साथ जांच करने पहुंचे। क्लीनिक पर नाजिम नामक व्यक्ति रोगी का इलाज कर रहा था। नाजिम योग्यता प्रमाण पत्र व क्लीनिक का पंजीयन प्रमाण पत्र नहीं दिखा पाया। क्लीनिक में काफी मात्रा में अंग्रेजी दवाईयां रखी हुई थीं। डस्टबिन में इंजेक्शन लगाने के बाद फेंकी गई सीरिंज भी पड़ी थीं। नाजिम के पास दवा रखने का कोई लाइसेंस भी नहीं था। एसीएमओ ने क्लीनिक सील करने का प्रयास किया तो इलाज करने वाले व्यक्ति ने विरोध किया। पुलिस बुलाने की चेतवानी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया।मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एमसी गर्ग ने बताया कि क्लीनिक संचालक को नोटिस दिया है और एक सप्ताह में जवाब मांगा है। जवाब नहीं मिलने पर झोलाछापा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

गांधीनगर में पाइप लाइन फटने सेे पानी की हो रही बर्बादी : गांधी नगर में बीते 15 दिनों से पाइप लाइन टूटी होने से पानी की बर्बादी हो रही है। लेकिन, नगर निगम के जलकल विभाग ने इसकी सुध नहीं ली है। गांधी नगर में गांधी पार्क मंदिर के पीछे पाइप लाइन फटने की जानकारी नगर निगम के कंट्रोल रूम को भी दी गई। लेकिन, इसके बाद भी लीकेज ठीक नहीं हुई है। क्षेत्र के रूपेश खन्ना का कहना है कि गांधी नगर के वाट्सएप ग्रुप पर जनप्रतिनिधि जुड़े हैं। इस ग्रुप पर लीकेज को देखने के बाद भी ठीक कराने में जागरूकता नहीं दिखाई। जलकल जीएम एके राजपूत का कहना है कि अगर इसकी सूचना दी गई है तो फिर ठीक क्यों नहीं हुई। इस संबंध में जवाब लिया गया है। समस्या का समाधान शीघ्र कराया जाएगा।

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