Moradabad coronavirus news : कोरोना संक्रमण से दवा कारोबारी की मौत, नगर निगम में बड़ी लापरवाही

Moradabad coronavirus news हार्ट की पंपिंग कम होने की वजह से कराया गया था अस्पताल में भर्ती। शाम के समय हार्ट अटैक पडऩे की वजह से हुई दवा कारोबारी की मौत।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 08:42 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 08:42 AM (IST)
Moradabad coronavirus news : कोरोना संक्रमण से दवा कारोबारी की मौत, नगर निगम में बड़ी लापरवाही
Moradabad coronavirus news : कोरोना संक्रमण से दवा कारोबारी की मौत, नगर निगम में बड़ी लापरवाही

मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से मौत होने का सिलसिला जारी है। बुधवार की शाम कोरोना संक्रमण से शहर के दवा कारोबारी की मौत हो गई। देर रात दिल की धड़कन कम होने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनका पहले से ही दिल का इलाज हो रहा था।

कोरोना महामारी के दौर में शरीर में कुछ भी दिक्कत महसूस होने पर फौरन डॉक्टर से सलाह लें। मंगलवार की देर रात 62 वर्षीय दवा कारोबारी को सांस लेने में दिक्कत हुई तो उन्हें दिल्ली रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका ऑक्सीजन स्तर भी कम था। दिल की पङ्क्षम्पग भी कमजोर थी। उन्हें बाइपैप लगाकर इलाज शुरू कर दिया गया। दोनों फेफड़ों में भी निमोनिया भी था। बुधवार को दिन में उनका एंटीजन टेस्ट कराया गया। इसमें रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। देर शाम उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया। इसके कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई। दवा कारोबारी की मौत की खबर से मार्केट में हड़कंप मच गया। अस्पताल प्रबंधन ने शव सील पैक कराकर लोकोशेड मोक्षधाम भिजवा दिया।

सात दिन से आ रहा था बुखार

दवा कारोबारी को पिछले सात दिन से बुखार आ रहा था। वो पहले से ही दिल के मरीज थे। उन्होंने डॉक्टर को दिखाने के बजाय खुद ही दवा ले ली। मंगलवार की देर रात जब सांस लेने में परेशानी हुई तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बुखार होने के बाद भी नहीं ली छुट्टी, बांटते रहे कोरोना

नगर निगम में काम के दबाव में कोरोना बांटा जा रहा है। बुधवार को जिन सफाई निरीक्षक को कोरोना संक्रमित पाया गया है। वह दो दिन पहले बुखार से पीडि़त है और ड्यूटी पर रहते हुए काम के सिलसिले में अफसरों के पास भी बैठते रहे। सहायक नगर आयुक्त के पास दो दिन पूर्व बुखार में होते हुए भी हरी-भरी कंपनी के भुगतान को लेकर फाइलें लेकर आए थे। यह फाइलें नगर आयुक्त ने भी छुई है। सहायक नगर आयुक्त की जानकारी में होते हुए भी उन्हें वहां से नहीं हटाया गया। यह कोरोना संक्रमण को लेकर बड़ी लापरवाही है। इसे कोरोना बांटना ही कहा जाएगा। इससे पूर्व जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र में कंप्यूटर आपरेटर भी बुखार में होने के बावजूद भी काम करते रहे। बाद में कोविड-19 की जांच कराई तो पॉजिटव पाए गए। 

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