Indian Railways : अब कोहरे में भी दिखाई देगी सिग्नल की लाइट, ट्रेनों का संचालन नहीं होगा प्रभावित

Indian Railways GPS based Fog Light चालक को 500 मीटर से दूरी से सिग्नल की हल्की रोशनी दिखाई देने लगेगी। इससे चालक ट्रेनों की गत‍ि को धीमी करनी शुरू कर देंगे। सिग्नल से 10 मीटर दूरी से ही रोशनी स्पष्ट दिखाई देगी।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 01:26 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 01:26 PM (IST)
Indian Railways : अब कोहरे में भी दिखाई देगी सिग्नल की लाइट, ट्रेनों का संचालन नहीं होगा प्रभावित
सिग्नल में लगाए जा रहे हैं आल वेदर लाइट।

मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। Indian Railways GPS based Fog Light  : इस बार कोहरे के कारण यात्रियों को ट्रेनों की लेट लतीफी का सामना नहीं करना पड़ेगा। रेल प्रशासन घने कोहरे में भी सिग्नल दिखाई देने वाला बल्ब लगाने जा रहा है। इससे चालकों को सिग्नल पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।

सर्दी के मौसम में देश के कई स्थानों पर घना कोहरा आ जाता है। इससे ट्रेनों की गति सौ किलोमीटर से घटाकर 50 किलो मीटर प्रतिघंटा कर दी जाती है। मुरादाबाद रेल मंडल में भी काफी घना कोहरा पड़ता है। घने कोहरे के समय चालकों को पांच मीटर की दूरी से सिग्नल दिखाई नहीं देता है। ऐसे में चालकों को सिग्नल के काफी नजदीक जाकर ट्रेनों को रोकना पड़ता है और वे सिग्नल देखने के बाद ट्रेन को आगे बढ़ाते हैं। रेलवे ने कोहरे में ट्रेनों को सुरक्षित चलाने व लेट होने से बचाने के लिए कई उपाय किए हैं। इसके तहत पहली दिसंबर से मुरादाबाद होकर गुजरने वाली 46 एक्सप्रेस मेल ट्रेनों को 28 फरवरी तक के  ल‍िए निरस्त कर दिया गया है। चालकों को सिग्नल, स्टेशन, रेलवे फाटक आने की सूचना देने के लिए जीपीएस द्वारा संचालित उपकरण द‍िए जाएंगे। चालक जीपीएस की सूचना के आधार पर सिग्नल के पास ट्रेन को रोकेगा और सिग्नल देखने के बाद चलेगा। रेल प्रशासन ने देश से अधिकांश क्षेत्रों से पुराने सिस्टम के सिग्नल को हटाकर कलर लाइट लगाया है। इसमें सामान्य बल्ब लगा होता है। कोहरे में सिग्नल की लाइट कुछ फीट के दूरी से दिखाई देती है। रेल प्रशासन सिग्नल के सामान्य बल्ब के स्थान पर आल वेदर वाला बल्ब लगाने जा रहा है। आल वेदर बल्ब की हल्की रोशनी दूर से दिखाई देती है। सिग्नल से दस मीटर दूरी से ही लाइट स्पष्ट दिखाई देती है। इस व्यवस्था के बाद चालक को 500 मीटर से दूरी से सिग्नल की हल्की रोशनी दिखाई देने लगेगी। इससे चालक ट्रेनों की गत‍ि को धीमी करनी शुरू कर देंगे। सिग्नल से 10 मीटर दूरी से ही रोशनी स्पष्ट दिखाई देगी। सिग्नल की लाइट हरी होने पर चालक को ट्रेन रोकने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे ट्रेनों का संचालन प्रभावित नहीं होगा। सहायक वाणिज्य प्रबंधक पीएस बघेल ने बताया कि मंडल रेल प्रशासन ने कोहरे में ट्रेनों को सुरक्षित चलाने की तैयारी कर ली है। कोहरे में चालक को सिग्नल दिखाई दें,  इसके ल‍िए आधुनिक बल्ब लगाए जा रहे हैं। 

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