मुरादाबाद के कांठ में हुए बवाल के मामले में मंत्री पेशी पर तो पहुंचे पर नहीं हो सकी सुनवाई, जानें वजह
Moradabad Kanth Ruckus एमपी एमएलए कोर्ट ने कांठ मामले की सुनवाई सोमवार को टल गई। इस मामले में पेश होने के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट में पंचायतीराज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह पहुंचे थे। कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 18 सितंबर की तारीख दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Kanth Ruckus : एमपी एमएलए कोर्ट ने कांठ मामले की सुनवाई सोमवार को टल गई। इस मामले में पेश होने के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट में पंचायतीराज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह पहुंचे थे। शासकीय अधिवक्ता मोहन लाल विश्नोई ने बताया कि कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 18 सितंबर की तारीख दी है। कांठ तहसील के अकबरपुर चेंदरी गांव में साल 2014 में मंदिर से लाउडस्पीकर उतारने को लेकर विवाद हो गया था। पत्थरबाजी की घटना के दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी भी घायल हो गए थे। इस मामले में कांठ थाने में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे। इसी मुकदमे में पंचायतीराज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के साथ ही नगर विधायक रितेश गुप्ता भी आरोपित हैंं। सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी थी। लेकिन अज्ञात कारणों के चलते सुनवाई नहीं हुई। कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 18 सितंबर की तारीख दी है।
सपा विधायक ने भेजा हाजिरी-माफी का प्रार्थना पत्र : ठाकुरद्वारा से पास विधायक नवाब जान के खिलाफ दर्ज आचार संहिता उल्लंघन के मामले में सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई होनी थी। लेकिन कोर्ट में विधायक के अधिवक्ता की ओर से हाजिरी माफी का प्रार्थना पत्र भेजा गया था। विधायक के खिलाफ साल 2017 में आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा ठाकुरद्वारा कोतवाली में दर्ज किया गया था। उन पर आरोप था कि बिना अनुमति के उन्होंने चुनाव में जीत के बाद जुलूस निकाला था। शासकीय अधिवक्ता मोहन लाल विश्नोई ने बताया कि कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 21 सितंबर की तारीख दी है।