Hindi Diwas 2021 : राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हिंदी को सशक्त बनाने की जरूरत

Hindi Diwas 2021 हिंदी दिवस के मौके पर हिंदी विषय पर स्कूल-कालेजाें में गोष्ठी आयोजित की गईं। हिंदू कालेज में हिंदी विभाग की ओर से गोष्ठी के दौरान राष्ट्रीय की एकता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हिंदी भाषा को और सशक्त एवं व्यापक बनाने पर जोर दिया गया।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 10:33 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 10:33 AM (IST)
Hindi Diwas 2021 : राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हिंदी को सशक्त बनाने की जरूरत
डिग्री कालेज समेत उप्र व सीबीएसई स्कूलों में हिंदी पर गोष्ठी और प्रतियोगिताएं

मुरादाबाद, जेएनएन। Hindi Diwas 2021 : हिंदी दिवस के मौके पर हिंदी विषय पर स्कूल-कालेजाें में गोष्ठी आयोजित की गईं। हिंदू कालेज में हिंदी विभाग की ओर से गोष्ठी के दौरान राष्ट्रीय की एकता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हिंदी भाषा को और सशक्त एवं व्यापक बनाने पर जोर दिया गया। हिंदी विभागाध्यक्ष डा.उन्मेष कुमार सिन्हा के नेतृत्व में आयाेजित इस गोष्ठी में उन्होंने कहा कि हिंदी की समस्याओं पर भावुकता के बजाय वैज्ञानिक दृष्टि को ध्यान में रखते हुए सामाजिक-आर्थिक पहलुओं पर ध्यान देने की जरूरत है। डा.बृजेश त्रिपाठी ने कहा कि हिंदी के प्रति गौरव का भाव रखना चाहिए।

डा.अमित वैश्य ने कहा कि हिंदी वैज्ञानिक भाषा है। जिसे समझने की जरूरत है। डा.सूरज वर्मा ने कहा कि यह विश्वास रखना होगा कि हिंदी इस देश में सर्व स्वीकृत है। इस मौके पर प्रत्यषक्ष मिश्र, भागीरथ कसाना, रितिका मोनी, अंकुश यादव और नेहा रस्तोगी छात्र-छात्राओं ने भाषण एवं कविता के माध्यम से विचार रखे। डा.सीमा रानी समेत अन्य शिक्षक मौजूद रहे। संचालन पवन कुमार ने किया। इधर,आर्यन्स इंटरनेशनल स्कूल में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हिंदी भाषा प्रश्नोत्तरी की गई। कक्षा छह से नौ तक के छात्रों ने हाउस के अनुसार समूह बनाकर प्रतिभाग किया।

प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सुनो और लिखो, सार्थक शब्द वर्ग पहेली, आओ ज्ञान बढ़ाए, सोचा न था, त्वरित प्रश्नोत्तर एवं मुहावरों में करें बात आदि चरणों के माध्यम से छात्रों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। छात्रों ने उत्साह पूर्वक अपनी समझ और सामूहिक भागीदारी का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न चरणों में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य हेमंत कुमार झा ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है, हमारा गौरव है। हमें अपनी मातृभाषा का सम्मान करने की जरूरत है। डा मंजू सिंह ने आभार व्यक्त जताया।

रीना चौहान, सुधा चौरसिया, संगीता भटनागर,सुनीता पांडे एवं सुमन गुप्ता का योगदान रहा। जीजी हिंदू इंटर कालेज में प्रधानाचार्य डा.कुलदीप बरनवाल ने कहा कि हिंदी विश्व की भाषा बन रही है। इसका कारण वैश्वीकरण है। इस मौके पर निबंध प्रतियोगिता में किशन कुमार प्रथम, सचिन द्वितीय और सुमित राठौर द्वितीय और अरुण कुमार तृतीय रहे। जूनियर वर्ग में सुलेश प्रतियोगिता में अंश शर्मा, सम्भव व विशाल कश्यप क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। इस मौके पर शिक्षकों में विमलेंद्र शर्मा, डा.सुधीर कुमार, गिरीश चंद्र जोशी, आशु शाह, राजीव कुमार ने विचार रखे।

दयानंद कालेज में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में गोष्ठी हुई। इसमें प्राचार्या डा.अनुपमा मेहरोत्रा ने कहा कि हिंदी ने तकनीकी के क्षेत्र में अपनाई जा चुकी है। अब हिंदी को दूसरे देश भी प्राथमिकता दे रहे हैं और विदेश के विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जा रही है। इस मौके पर हिंदी विभागाध्यक्ष कंचन सिंह ने कहा कि हमें हिंदी भाषा में काम करने का संकल्प लेना होगा साथ ही अपने व्यववहार में हिंदी को ही अपना होगा। डा.अर्चना अहलावत समेत अन्य शिक्षिकाओं ने भी विचार रखे। इस मौके पर डा शुभा गोयल, डा.सुजाता कुमारी, डा.रीना मित्तल, डा.अर्चना अर्चना राठौर, डा ऋतु दीक्षित, डा.अभिलाषा, नीतू, अनीता, मनी बंसल,शाहिदा परवीन ने विचार रखे।

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