अमरोहा के गजरौला में पकड़ी गई थी चार देशों की करेंसी, आयकर विभाग ने तलब किया ब्योरा

Currency of four countries caught in Gajraula मामले में प्रभारी निरीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि आयकर विभाग द्वारा काकू यादव व रोहित के बारे में पूछा गया है। उनके मोबाइल नंबर सहित अन्य ब्योरा लिया गया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 20 Nov 2020 09:43 AM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 09:43 AM (IST)
अमरोहा के गजरौला में पकड़ी गई थी चार देशों की करेंसी, आयकर विभाग ने तलब किया ब्योरा
भारतीय सहित चार देशों की करेंसी पकड़ने का मामला।

अमरोहा, जेएनएन। आठ दिन पूर्व ब्रजघाट में एक रोडवेज बस से मुरादाबाद के युवक के पास से पकड़ी गई 40.63 लाख रुपये की भारतीय सहित चार देशों की करेंसी के मामले की जांच अब आयकर विभाग ने शुरू कर दी है। विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय थाने की पुलिस से पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी करते हुए तस्करों के ब्योरा भी तलब किया है।

12 नवंबर को बृजघाट में एक रोडवेज बस में सवार मुरादाबाद की नगर कोतवाली क्षेत्र के कंजरी सराय निवासी राहुल को पुलिस ने 40.63 लाख रुपये की भारतीय सहित चार देशों की करेंसी के साथ गिरफ्तार किया था। यह रकम हवाला कारोबार से जुड़ी हुई थी। इस प्रकरण के बाद खुफिया एजेंसी अभी इस धंधे से जुड़े लोगों की तलाश में जुटी है। एटीएस ने मुरादाबाद से दिल्ली भिजवाने वाले मुख्य आरोपित काकू यादव को भी उठा लिया और घंटों पूछताछ की थी। पूछताछ में इस कारोबार से मुरादाबाद के कई कारोबारियों के जुड़े होने की जानकारी मिली। स्थानीय पुलिस ने स्वयं रिपोर्ट की तैयारी की थी। उसके बाद रात में इससे अपने पांव पीछे खींच आयकर व ईडी विभाग को रिपोर्ट भेज दी थी। त्योहार के कारण दोनों विभागों ने अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया था। लेकिन, शुक्रवार से आयकर विभाग इस मामले में सक्रिय होते हुए जांच-पड़ताल में जुट गया। आयकर विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय थाने की पुलिस से संपर्क साधकर इस प्रकरण के बारे में पूरी जानकारी करते हुए करेंसी के साथ पकड़े गए आरोपित राहुल व भिजवाने वाले मुकुल उर्फ काकू यादव के मोबाइल नंबर, नाम-पता व अन्य गतिविधियों के बारे में ब्योरा लिया है। आयकर विभाग के बाद अब ईडी के भी सक्रिय होने की उम्मीद जगह है। 

काकू यादव व राहुल के मोबाइल से उजागर हाेंगे कई नाम

हवाला कारोबार के धंधे से जुड़े मुरादाबाद के काकू यादव व राहुल के मोबाइलों को भी एटीएस ने अपने कब्जे ले रखा है। क्योंकि उनके मोबाइलों से कई लोगों के नाम प्रकाश में आने की उम्मीद है। वहीं दिल्ली के रोहित यानी जिसके पास यह करेंसी पहुंचानी थी। उसका नंबर भी ट्रेस किया जा रहा है। 

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