By-election in Amroha : उप चुनाव की सरगर्मियां, दिनभर कमरा नंबर 105 की तपिश महसूस करते रहे भाजपाई,

प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल ने कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के निधन के बाद रिक्त हुई नौगांवा सादात विधान सभा क्षेत्र के उपचुनाव को तैयार हो रहे माहौल पर मंथन किया। जिले में उप चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गईं हैं।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 08:42 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 08:42 AM (IST)
By-election in Amroha :  उप चुनाव की सरगर्मियां, दिनभर कमरा नंबर 105 की तपिश महसूस करते रहे भाजपाई,
अमरोहा में उप चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज।

अमरोहा (राजेश राज)। हाईवे रिसोर्ट का रुम नंबर 105 भाजपाईयों को खासा तपा रहा था। इधर-उधर दौड़कर भाजपाई यहीं आकर ठहर जा रहे थे। पसीने छूट रहे थे लेकिन यहां से दूर जाने को तैयार नहीं थे। घंटों यहीं जमे रहे। चूंकि यहां भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल ठहरे हुए थे। वह यहां अमरोहा और सम्भल जनपदों की समन्वय समितियों की बैठक लेने को आए थे। इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के निधन के बाद रिक्त हुई नौगांवा सादात विधान सभा क्षेत्र के उपचुनाव को तैयार हो रहे माहौल पर मंथन करने को आए थे।

पार्टी में भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल का अलग ही एक मुकाम है। उसी के हिसाब से स्थानीय लोगों ने पार्टी कार्यक्रम की तैयारी की थी। संगठन मंत्री दोपहर में अपने निर्धारित समय 11 बजे से एक घंटा विलंब से पहुंचे थे और संगठन के कार्यों को निपटाकर यहां से रवाना होते-होते लगभग दिन छिप चुका था। भाजपाईयों को दोहरी गर्मी का एहसास हो रहा था। बाहर मौसम की गर्मी थी तो अंदर की गतिविधियाें की गर्मी थी। हालांकि अमरोहा व सम्भल जिले की समन्वय समितियों की बैठक के लिए अलग-अलग दूसरे स्थान पर ली गई लेकिन मिलने आने वाले सभी लोगों को अपनी बात कहने के लिए रूम नंबर 105 में जाना पड़ रहा था। सुनील बंसल इसी में ठहरे थे। यहीं बैठकर कोरोना संक्रमण का ध्यान रखते हुए एक-एक को बुलाकर बात कर रहे थे। उनकी सुनने के साथ अपनी बात भी समझाकर बिदा कर रहे थे। इस कारण इसी रूम के बाहर दोपहर से शाम तक भाजपाई खड़े पसीना पोंछते रहे।

परिचय किया, समस्याएं सुनीं और रवाना हो गए

भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल शाम को तकरीबन छह बजे जब अमरोहा और सम्भल जनपदों की समन्वय समितियों की बैठक लेने व अन्य निर्धारित कार्यक्रम से फ्री हुए तब उन्होंने बाहर निकलकर संगठन के अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से परिचय करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं। यहां एकत्र दूसरे क्षेत्रों से आए लोगों ने कुछ समस्याओं को लेकर ज्ञापन भी दिए। इधर चौधरी सुरेंद्र सिंह, दिवाकर चौधरी इत्यादि किसान नेताओं ने भी किसानों की समस्याओं को उठाते हुए मांग पत्र सौंपे।

chat bot
आपका साथी