Black marketing of manure : 61 दुकानों की कुंडली खंगालने में जुटे अफसर

Black marketing of manure 54814 टन का मिला था लक्ष्य 68027 टन खाद की बिक्री। जांच शुरू होते ही दो-दो बोरियों की होने लगी बिक्री।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 07:10 AM (IST) Updated:Thu, 27 Aug 2020 07:10 AM (IST)
Black marketing of manure :  61 दुकानों की कुंडली खंगालने में जुटे अफसर
Black marketing of manure : 61 दुकानों की कुंडली खंगालने में जुटे अफसर

मुरादाबाद, जेएनएन। खाद घोटाले को लेकर अफसरों ने सोसायटियों के साथ ही खाद बिक्री करने वाली दुकानों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जनपद में निर्धारित लक्ष्य से 19 गुना ज्यादा खाद की बिक्री की गई है। वहीं किसानों से खाद देने के नाम पर दुकानदारों ने दोगुना पैसे भी वसूल किए हैं। जिले को 54,814 टन बिक्री का लक्ष्य मिला था जबकि अभी तक लक्ष्य से 19 गुना ज्यादा 68,027 टन खाद की बिक्री हो चुकी है। इस बिक्री के बाद भी दुकानों में खाद लेने के लिए किसान लाइन लगा रहे हैं। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर चारों तहसीलों के उपजिलाधिकारी खाद सोसायटियों के साथ ही निजी दुकानों की जांच कर रहे हैं। इन सभी से खाद बिक्री का रिकार्ड मांगा गया है। जिले में 58 सोसाटियों के 109 बिक्री केंद्रों के साथ ही 631 दुकानों का रिकार्ड खंगालने का काम अफसर कर रहे हैं। तहसीलों के उपजिलाधिकारियों को अभी तक जो रिकार्ड मिले हैं,उसमें तीस-तीस बोरी खाद लेने वालों के गांव में जाकर लेखपाल खतौनी देखकर सत्यापन कर रहे हैं,वहीं कुछ सोसायटियों ने अपने बिक्री रिकार्ड को नहीं दर्ज किया है।

किसान बोले जमकर हुई कालाबाजारी

भारतीय किसान यूनियन असली के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह ने बताया कि जनपद में खाद के लिए किसानों से दो गुना दाम वसूले गए हैं। अभी भी सोसायटियों में लंबी लाइनें लग रही है। यूरिया की बोरी 270 रुपये वाली बोरी चार सौ रुपये तक बेची गई। वहीं भाकियू अराजनीतिक के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह रंधावा ने कहा कि शुरुआत में जनपद में खाद की कालाबाजारी की सूचनाएं किसानों ने दी थी। प्रशासन की सख्ती के बाद इसमें कमी आई है।

खाद सोसायटियों के सभी रिकार्ड मंगाकर उपजिलाधिकारियों को सौंपे जा रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी इस मामले में जो भी हमसे जानकारी मांग रहे हैं,वह हम उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं।

जितेन्द्र पाल सिंह, एआर कॉपरेटिव, विकास भवन

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