आयकर सर्वे में पकड़ा बड़ा गड़बड़झाला, बीस करोड़ जमा कराएंगे निर्यातक

महानगर के डिजाइनको और मार्क इंपैक्स निर्यात फर्म में गुरुवार तड़के तक आयकर विभाग का सर्वे चला। दोनों निर्यातकों ने बीस करोड़ रुपये आयकर देना स्वीकार कर लिया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 08:40 AM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 09:15 AM (IST)
आयकर सर्वे में पकड़ा बड़ा गड़बड़झाला, बीस करोड़ जमा कराएंगे निर्यातक
आयकर सर्वे में पकड़ा बड़ा गड़बड़झाला, बीस करोड़ जमा कराएंगे निर्यातक

मुरादाबाद (जेएनएन): महानगर के डिजाइनको और मार्क इंपैक्स निर्यात फर्म में गुरुवार तड़के तक आयकर विभाग का सर्वे चला। दोनों निर्यातकों ने बीस करोड़ रुपये आयकर देना स्वीकार कर लिया है। आयकर विभाग ने सर्वे तो रोक दिया है, लेकिन रिकार्ड साथ में ले गए हैं।  माना जा रहा है कि रिकार्ड की जांच के बाद यह राशि कई गुना हो सकती है। 

फर्म का लाभ बढ़ा, लेकिन आयकर हो रहा था कम जमा

आयकर की टीम ने बुधवार दोपहर में लाकड़ी फाजलपुर स्थित डिजाइनको निर्यात फर्म और चन्दौसी मार्ग पर स्थित मार्क इंपैक्स फर्म पर सर्वे का कार्य शुरू किया, जो गुरुवार तड़के तक चला। टीम को सर्वे में काफी अघोषित संपत्ति मिली है। डिजाइनको फर्म का निर्यात लगातार बढ़ा है और उसके लाभ में भी वृद्धि हुई है। इसके बाद भी सालाना आयकर काफी कम जमा किया जा रहा है। इसी तरह से अघोषित संपत्ति के रूप जमीन के काफी कागज मिले हैं। कंपनी के स्टॉक रजिस्टर में काफी खामियां मिली है। इस संबंध में निर्यातक से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। 

पत्नी आयकर टीम को उपलब्ध करा रहीं थीं जानकारी

मार्क इंपैक्स निर्यात फर्म में भी इसी तरह की अनियमिता पाई गई हैं। फर्म के प्रबंध निदेशक नदीम हुसैन बाहर थे, उनके स्थान पर उनकी पत्नी आयकर विभाग की टीम को जानकारी उपलब्ध करा रहीं थीं। गुरुवार तड़के दोनों फर्म मालिकों ने आयकर टीम के सामाने दस-दस करोड़ आयकर देना स्वीकार किया और तत्काल साढ़े तीन-तीन करोड़ का चेक आयकर विभाग को दिया। वित्तीय वर्ष 2018-19 का अंतिम एडवांस आयकर 15 मार्च तक जमा करेंगे। 

रिकार्ड साथ ले गई टीम 

आयकर विभाग ने सर्वे तो रोक दिया, लेकिन जांच के लिए रिकार्ड अपने साथ ले गई। माना जा रहा है कि दोनों के रिकार्ड की जांच में बीस करोड़ से अधिक आय का भुगतान नहीं करने का मामला बनेगा। 

संयुक्त आयकर आयुक्त ने दी जानकारी 

संयुक्त आयकर आयुक्त यदुवीर सिंह ने बताया कि दोनों निर्यात फर्म संचालक ने दस-दस करोड़ रुपये आयकर देना स्वीकार किया है, इसके बाद सर्वे रोक दिया गया।  

आयुक्त दे चुके थे चेतावनी 

प्रधान आयकर आयुक्त शिशिर अग्रवाल ने दस दिसंबर को निर्यातकों की बैठक बुलाई थी। इसमें कहा कि जीएसटी, ईपीसीएच व बैंक के माध्यम से लगातार सूचनाएं आयकर विभाग को मिल रही हैं। निर्यातकों का कारोबार और आय भी बढ़ी है। इसके बाद भी एडवांस आयकर में वृद्धि नहीं की जा रही है। 15 दिसंबर तक एडवांस कर में राशि बढ़ाकर जमा कर दे, उसके बाद आयकर विभाग कार्रवाई शुरू कर देगा। 

अभी और भी होंगे सर्वे 

आयकर विभाग कई सर्वे करने की तैयारी कर रहा है। चार्टर्ड एकाउंटेंट के माध्यम से बड़े आयकरदाताओं को दस मार्च तक एडवांस आयकर बढ़ाकर जमा कराने के लिए सूचना भी दे दी गई है। अधिक एडवांस आयकर जमा करने वाले के खिलाफ आयकर विभाग कार्रवाई नहीं करेगा। 

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