पुलिस के खिलाफ 22 जनपदों के अधिवक्ता, आज नहीं कर रहे न्‍यायिक कार्य

दि बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से मांगा सहयोग। शासन तक आवाज पहुंचाएंगे अधिवक्ता। थाना पुलिस के द्वारा हमलावरों को पकड़े के बाद छोड़ दिया गया था वहीं अधिकारियों ने जो आश्वासन दिया उस पर भी अमल नहीं किया।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 12:20 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 12:20 PM (IST)
पुलिस के खिलाफ 22 जनपदों के अधिवक्ता, आज नहीं कर रहे न्‍यायिक कार्य
पुलिस के खिलाफ 22 जनपदों के अधिवक्ता।

मुरादाबाद। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार निवासी अधिवक्ता भुवनेश कुमार के साथ ही हुई घटना के बाद से दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी के पदाधिकारी आक्रोशित हैं।

अधिवक्ता लगातार हमला करने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ ही चौकी इंचार्ज और थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इसी मामले को लेकर बीते दो दिनों से अधिवक्ता कार्य बहिष्कार करके आंदोलन कर रहे हैं। बुधवार को दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी के अध्यक्ष विनय कौशिक व महासचिव अभिषेक भटनागर ने कचहरी सभागार में पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान महासचिव ने बताया कि मुरादाबाद में हुई घटना के विरोध में एक अक्टूबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में एक दिवसीय कार्य बहिष्कार का आंदोलन  करेंगे। वहीं इस मामले को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता एसएसपी,आइजी के साथ ही एडीजी से मुलाकात कर कार्रवाई करने के लिए कहेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा लगातार इस मामले को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। थाना पुलिस के द्वारा हमलावरों को पकड़े के बाद छोड़ दिया गया था,वहीं अधिकारियों ने जो आश्वासन दिया उस पर भी अमल नहीं किया। अधिवक्ताओं ने इस घटना के विरोध में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के एक दिवसीय कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है। इस दौरान प्रभात गोयल,हेमंत कौशिक,रमेश आर्या,अंजार हुसैन,संजय सक्सेना,भूपेन्द्र सिंह,रणवीर सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी