किसी ने नहीं सुनी तो खुद ही बना दी सड़क

मझवां ब्लाक स्थित नरायनपुर ग्राम सभा के ग्रामीणों ने आपसी सहयोग का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। जन प्रतिनिधियों अधिकारियों से तमाम मिन्नतों शिकायतों के बाद भी जब गांव में खड़ंजा नहीं लग सका तो लोगों ने निराश होने की जगह समाज के जिम्मेदार लोगों को आइना दिखाने का काम किया।यहां के लोगों ने आपसी सहयोग से ऐसा काम किया जिसकी चर्चा गांव व आसपास होती रही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Sep 2019 07:43 PM (IST) Updated:Tue, 24 Sep 2019 12:01 AM (IST)
किसी ने नहीं सुनी तो खुद ही बना दी सड़क
किसी ने नहीं सुनी तो खुद ही बना दी सड़क

जासं, जमुआं (मीरजापुर) : मझवां ब्लाक स्थित नरायनपुर ग्राम सभा के ग्रामीणों ने आपसी सहयोग का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। जन प्रतिनिधियों, अधिकारियों से तमाम मिन्नतों, शिकायतों के बाद भी जब गांव में खड़ंजा नहीं लग सका तो लोगों ने निराश होने की जगह समाज के जिम्मेदार लोगों को आइना दिखाने का काम किया।यहां के लोगों ने आपसी सहयोग से ऐसा काम किया जिसकी चर्चा गांव व आसपास होती रही।

मझवां ब्लाक के नरायन पुर ग्राम सभा में पतिराज गोंड के मकान से महेंद्र विश्वकर्मा के मकान तक कच्ची सड़क थी।जिस पर करीब पांच वर्ष से खड़ंजा लगाने की मांग स्थानीय लोग कर रहे हैं। यह करीब 50 से 70 मीटर की सड़क से कई परिवारों का आना जाना है। बारिश में कीचड़ की वजह से इस रास्ते से निकलना मुश्किल हो जाता है। स्थानीय निवासी सोहन लाल पटेल ने बताया कि ग्राम प्रधान सहित ब्लाक के अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। रास्ते की वजह से यहां के लोगों की जिदगी दुश्वार हो गई थी जिससे निकलने का रास्ता नहीं सूझ रहा था। इसी बीच कुछ लोगों ने स्वयं ही मिल जुलकर खडंजा लगाने की ठानी।सोमवार सुबह करीब चार घंटे की मेहनत व आपसी सहयोग से करीब 50 मीटर तक खडंजा लगाया गया, जिससे यहां के लोगों को आवागम में सुविधा होगी।सहयोग करने वालों में छोटेलाल पटेल, पतिराज गोंड, महेंद्र विश्वकर्मा, अभिषेक, सज्जन पटेल, विनय कुमार पटेल, सुभाष विश्वकर्मा, शिवशंकर, अरविद व संजय पटेल आदि रहे।

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