दागै बदला दू नाली पिया घेरे घटा काली पिया ना..
क्षेत्र के शेरवां गांव के पहाड़ पर स्थित रामसागर मंदिर परिसर में रविवार की देर रात कजरी महोत्सव का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय और दूर दराज से आए गायकों ने कजली सुनाकर पूरी रातश्रोताओं की खूब तालियां बटोरी।
जागरण संवाददाता, जमालपुर (मीरजापुर) : क्षेत्र के शेरवां गांव के पहाड़ पर स्थित रामसागर मंदिर परिसर में रविवार की देर रात कजरी महोत्सव का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय और दूर दराज से आए गायकों ने कजली सुनाकर पूरी रातश्रोताओं की खूब तालियां बटोरी।
वाराणसी से आए रोजन अली ने'कभी राम तो कभी श्याम बन भू-भार आकर मिटाते रहे वही वाराणसी की पूनम श्रीवास्तव ने'बेरी बेरी घिर आवै ले बदरिया सुनाकर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। प्रकाश मीरजापुरी ने पावन धाम रामसागर कै मनवा मौहे रे हरी, मीरजापुर के पट्टर गुरू ने ई बरखा बहार के महिनवा, अवधेश सिंह दास ने दागै बदला दू नाली पिया घेरे घटा काली पिया ना, चंदौली से पधारे राम जनम भारती ने आई फिर वर्षा ऋतु आई ना सुनाकर श्रोताओं को तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। इसके अलावा हरिवंश सिंह, दिवाकर भारती, सुरेश आदि गायकों ने कजरी सुनाकर महफिल में चार चांद लगा दिया। मंच का संचालन प्रकाश मीरजापुरी ने किया। कार्यक्रम का समापन मंदिर के पुजारी सुरेश द्विवेदी ने किया। इस दौरान राजनाथ सिंह, आलोक श्रीवास्तव, निरंजन लाल, भोला सिंह, पुनीत चौबे, ओंकार नाथ यादव, कृपा शंकर सिंह, दल्लू सिंह, मल्लू सिंह, छोटेलाल विश्वकर्मा, सुनील सिंह, असर्फी प्रकाश आदि मौजूद थे।