UP Board Result 2019 : 12वीं में चौथे स्थान पर रहे युवराज बनना चाहते हैं इंजीनियर
यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में चौथे स्थान पर रहे बड़ौत के युवराज सिंह आइआइटी में दाखिला लेकर इंजीनियरिंग बनना चाहते हैं।
मेरठ,जेएनएन। यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में चौथे स्थान पर रहे बड़ौत के युवराज सिंह की तमन्ना आइआइटी में दाखिला लेकर इंजीनियरिंग करने की है। वे इंजीनियर बनना चाहते हैं।
युवराज के पिता भी किसान
बड़ौत निवासी युवराज के पिता भी संजय सिंह पेशे से किसान हैं। युवराज ने यूपी बोर्ड से दसवीं की परीक्षा में 91.67 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद श्री राम कॉलेज बड़ौत से 11वीं और 12वीं की परीक्षा पास की। युवराज सिंह का मानना है कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। इसके बूते ही लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। दैनिक जागरण से बातचीत में युवराज ने अपनी सफलता के राज खोले।
सवाल-अपनी पढ़ाई जारी रखने के बारे में आप क्या सोचते हैं?
जवाब-आइआइटी करने के बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाने का मन है। इसी क्षेत्र में ही करियर बनाएंगे।
सवाल-भविष्य में क्या बनना चाहते हैं?
जवाब-इंजीनियर बनना चाहते हैं।
सवाल-अन्य छात्रों को आप क्या संदेश देना चाहते है?
जवाब-सतत अध्ययन किसी भी सफलता के लिए जरूरी है चाहे कम पढ़ाई की जाए,लेकिन लगातार और समझते हुए पढ़ाई करनी चाहिए।
सवाल-क्या आप हमें अपना नाम और परिचय बताएंगे।
जवाब-मेरा नाम युवराज है और मेरे पिता का नाम संजय सिंह,माता का नाम शशी देवी है। मेरे पिता किसान है और माता गृहणी है। मैं तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा हूं। बड़ी बहन शिवानी और छोटी का नाम मोनिका है।
सवाल-आप अपनी शानदार सफलता का श्रेय किसे देना चाहते हैं?
जवाब-मेरी सफलता का मूलमंत्र कठिन परिश्रम और गुरुजनों द्वारा किया मार्गदर्शन है। स्कूल में गर्मी की छुट्टियों में भी अतिरिक्त कक्षाओं में तैयारी की है। इसके अलावा बोर्ड की परीक्षाओं से पहले स्कूल स्तर पर 10 प्रीबोर्ड एग्जाम कराए गए,जिसका फायदा मुख्य परीक्षा में मिल गया और परिणाम सबके सामने हैं।
सवाल-अन्य छात्रों को क्या संदेश देना चाहेंगे?
जवाब-लक्ष्य और समय सारिणी बनाकर पढ़ाई करें।
सवाल-परीक्षा में कितने प्रतिशत अंक मिले हैं?
जवाब-94.60 प्रतिशत अंक मिले हैं।
सवाल-आपने परीक्षा की तैयारी कैसे की है?
जवाब-हर दिन 15 घंटे पढ़ाई की और लक्ष्य प्राप्त किया।
युवराज के पिता भी किसान
बड़ौत निवासी युवराज के पिता भी संजय सिंह पेशे से किसान हैं। युवराज ने यूपी बोर्ड से दसवीं की परीक्षा में 91.67 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद श्री राम कॉलेज बड़ौत से 11वीं और 12वीं की परीक्षा पास की। युवराज सिंह का मानना है कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। इसके बूते ही लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। दैनिक जागरण से बातचीत में युवराज ने अपनी सफलता के राज खोले।
सवाल-अपनी पढ़ाई जारी रखने के बारे में आप क्या सोचते हैं?
जवाब-आइआइटी करने के बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाने का मन है। इसी क्षेत्र में ही करियर बनाएंगे।
सवाल-भविष्य में क्या बनना चाहते हैं?
जवाब-इंजीनियर बनना चाहते हैं।
सवाल-अन्य छात्रों को आप क्या संदेश देना चाहते है?
जवाब-सतत अध्ययन किसी भी सफलता के लिए जरूरी है चाहे कम पढ़ाई की जाए,लेकिन लगातार और समझते हुए पढ़ाई करनी चाहिए।
सवाल-क्या आप हमें अपना नाम और परिचय बताएंगे।
जवाब-मेरा नाम युवराज है और मेरे पिता का नाम संजय सिंह,माता का नाम शशी देवी है। मेरे पिता किसान है और माता गृहणी है। मैं तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा हूं। बड़ी बहन शिवानी और छोटी का नाम मोनिका है।
सवाल-आप अपनी शानदार सफलता का श्रेय किसे देना चाहते हैं?
जवाब-मेरी सफलता का मूलमंत्र कठिन परिश्रम और गुरुजनों द्वारा किया मार्गदर्शन है। स्कूल में गर्मी की छुट्टियों में भी अतिरिक्त कक्षाओं में तैयारी की है। इसके अलावा बोर्ड की परीक्षाओं से पहले स्कूल स्तर पर 10 प्रीबोर्ड एग्जाम कराए गए,जिसका फायदा मुख्य परीक्षा में मिल गया और परिणाम सबके सामने हैं।
सवाल-अन्य छात्रों को क्या संदेश देना चाहेंगे?
जवाब-लक्ष्य और समय सारिणी बनाकर पढ़ाई करें।
सवाल-परीक्षा में कितने प्रतिशत अंक मिले हैं?
जवाब-94.60 प्रतिशत अंक मिले हैं।
सवाल-आपने परीक्षा की तैयारी कैसे की है?
जवाब-हर दिन 15 घंटे पढ़ाई की और लक्ष्य प्राप्त किया।