यूपी चुनाव 2022: मेरठ कैंट में भी गठबंधन के प्रत्याशी को लेकर गुस्सा, कार्यकर्ता लिख रहें ऐसी बातें

UP Assembly Election 2022 छपरौली व सिवालखास सीट के बाद कैंट सीट पर भी धीरे-धीरे गम और गुस्से का उबाल सामने आ रहा है। लंबे समय से क्षेत्र में रहकर मेहनत करने वालों को टिकट न मिलने से हो रही मायूसी।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 08:57 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 08:57 PM (IST)
यूपी चुनाव 2022: मेरठ कैंट में भी गठबंधन के प्रत्याशी को लेकर गुस्सा, कार्यकर्ता लिख रहें ऐसी बातें
लंबे समय से क्षेत्र में रहकर मेहनत करने वालों को टिकट न मिलने से हो रही मायूसी।

मेरठ, जागरण संवाददाता। छपरौली व सिवालखास सीट के बाद कैंट सीट पर भी धीरे-धीरे गम और गुस्से का उबाल सामने आ रहा है। अभी इंटरनेट मीडिया पर सपा, प्रसपा व रालोद के कार्यकर्ताओं का आक्रोश दिखाई दे रहा है। कुछ कार्यकर्ता पत्र भेजकर अपना विरोध दर्ज कराने की बात कह रहे हैं।

जब सपा, प्रसपा व रालोद का गठबंधन नहीं था तब कई नेताओं ने क्षेत्र में पकड़ बनानी शुरू की थी। विभिन्न आयोजनों, सामाजिक कार्यों व पार्टी के आंदोलनों में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। गठबंधन होने पर यह सीट रालोद के खाते में चली गई। इसके बाद भी सपा के कई दावेदार यह मानकर चल रहे थे कि सिंबल भले ही रालोद का रहे लेकिन नेता सपा से ले लिया जाएगा। वहीं कुछ पुराने रालोद के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी स्वयं को इसके योग्य मान रहे थे। लेकिन टिकट घोषित होने के बाद से इंटरनेट मीडिया पर विरोध का सिलसिला जारी है।

कार्यकर्ता मुखर होकर लिख रहे हैं कि सपा व रालोद के जिन नेताओं ने क्षेत्र में मेहनत की। लोगों के सुख-दुख में खड़े मिले उन्हें टिकट दिया नहीं। वाट्सएप ग्रुपों में गम व गुस्सा साफ दिखाई दे रहा है। तो वहीं कई कार्यकर्ता ऐसे भी हैं जो सभी से एकजुट रहने का आह्वान कर रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी ने जो भी निर्णय किया है वह सोच समझकर ही किया है। ऐसे में सभी लोग मिलकर गठबंधन के प्रत्याशी का सहयोग करें।

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