ओएचई में फाल्ट आने से तीन घंटे ट्रेनों का आवागमन प्रभावित Meerut News
रविवार को अंबाला से दिल्ली जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस का पेंटाग्राफ मंसूरपुर के सोंटा फाटक के निकट ओएचई वायर में फंस गया। करीब तीन घंटे तक ट्रेनों का आवागमन प्रभावित रहा।
मेरठ, जेएनएन। अंबाला से दिल्ली जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस का पेंटाग्राफ मंसूरपुर के सोंटा फाटक के निकट ओएचई वायर में फंस गया। सुबह साढ़े आठ बजे से 11.30 दिल्ली-टपरी-सहारनपुर वाया मेरठ मंडल की रेल लाइन पर ट्रेनों का संचालन ठप रहा। स्टेशन से छूटने के बाद लगभग 8:35 बजे इंटरसिटी एक्सप्रेस जैसे ही सोंटा फाटक के निकट पहुंची तो उसका पेंटाग्राफ, ओएचई (ओवर हेड इक्यूपमेंट) के वायर में फंस गया। इस पर चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया और अधिकारियों को सूचना दी। इससे रेलवे के अधिकारियों में अफरातफरी मच गई।
यात्रियों में रही अफरातफरी
उत्कल एक्सप्रेस, जालंधर सिटी एक्सप्रेस को मुजफ्फरनगर, शताब्दी एक्सप्रेस को मंसूरपुर-खतौली के बीच, ओखा एक्सप्रेस, अंबाला-दिल्ली पैसेंजर, जन शताब्दी एक्सप्रेस को नरा स्टेशन पर रोका गया। सुपर, ओखा दो घंटे, उत्कल और अंबाला से दिल्ली तीन घंटे विलंब से सिटी स्टेशन पहुंची। यात्रियों में अफरातफरी की स्थिति रही।
यह होता है पेंटाग्राफ
इलेक्टिक पावर (इंजन) 25 हजार वोल्ट से संचालित होता है। रेलवे ट्रैक के ऊपर तारों पर 25 हजार वोल्ट पर करंट प्रवाहित होता है। इस सिस्टम को रेलवे इंजीनियरिंग में ओवर हेड इक्यूपमेंट (ओएचई) कहा जाता है। पावर को इलेक्टिक सप्लाई से जोड़ने का काम पेंटाग्राफ के माध्यम से होता है। पेंटाग्राफ का एक सिरा पावर में फिक्स होता है और दूसरा सिरा मूवेबल (चलायमान) होता है, यह पावर और उच्च वोल्टता इलेक्टिक सप्लाई के तारों के बीच संपर्क बनाने का काम करता है। इससे इलेक्टिक सप्लाई जोड़ी और विच्छेद की जाती है।