पुरानी पेंशन में सेवानिवृत्ति का सम्मान मांग रहे शिक्षक

चुनावी बिगुल बजने के बाद ही समाज का हर वर्ग अपनी बाजुओं पर कमीज चढ़ाकर नेताओं से हिसाब लेने को तैयार हो जाता है। चुनाव लड़ने और प्रचार के तौर-तरीके बदलने से नेताजी भले चौखट पर न पहुंचें लेकिन सवालों के जवाब और मांगों को लोग नेताओं और राजनैतिक पार्टियों तक पहुंचा ही देते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Jan 2022 09:33 AM (IST) Updated:Sat, 15 Jan 2022 09:33 AM (IST)
पुरानी पेंशन में सेवानिवृत्ति का सम्मान मांग रहे शिक्षक
पुरानी पेंशन में सेवानिवृत्ति का सम्मान मांग रहे शिक्षक

मेरठ, जेएनएन। चुनावी बिगुल बजने के बाद ही समाज का हर वर्ग अपनी बाजुओं पर कमीज चढ़ाकर नेताओं से हिसाब लेने को तैयार हो जाता है। चुनाव लड़ने और प्रचार के तौर-तरीके बदलने से नेताजी भले चौखट पर न पहुंचें, लेकिन सवालों के जवाब और मांगों को लोग नेताओं और राजनैतिक पार्टियों तक पहुंचा ही देते हैं। समाज को शिक्षित करने में जुटा शिक्षक वर्ग भी अपनी मांगों को लेकर समय-समय पर हुंकार भरता रहा है। 40 साल से अधिक समय तक शिक्षकों की मांग पहुंचाने और उन्हें मनवाने के लिए सरकारों को बाध्य करने वाले शिक्षक नेता स्व. ओम प्रकाश शर्मा के बाद भी शिक्षकों की वह मांगें और आंदोलन जारी है, जिसका सामना 2022 की उत्तर प्रदेश सरकार को भी करना होगा। हर शिक्षक संगठन की मांगों की पहली लाइन पुरानी पेंशन बहाली को लेकर है, जिसे सेवानिवृत्ति के सम्मान के तौर पर वापस बहाल करने की मांग की जा रही है।

विभिन्न शिक्षक संगठनों की प्रमुख मांगें उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ

- नई पेंशन योजना जीवन यापन नहीं, इसलिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करें।

- वित्तविहीन शिक्षकों को भी समान कार्य का समान वेतन सहित सभी को निश्शुल्क चिकित्सा।

- स्थानांतरण नीति का सरलीकरण व तदर्थ शिक्षकों का विनियमितिकरण।

- महिला शिक्षकों को अनुमन्य पूर्ण अवकाश मिले और सामूहिक बीमा फिर शुरू करें।

- प्रोन्नत वेतनमान से स्नातकोत्तर उपाधि की बाध्यता समाप्त हो।

- स्कूल दो पाली में चलाने का आदेश वापस हो, महंगाई भत्ते की कटौती लौटाएं। राजकीय शिक्षक संघ

- राजकीय हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षकों का वेतन भुगतान नियमित किया जाए।

- राजकीय शिक्षकों का पदोन्नति कोटा पूरा किया जाए।

- राजकीय शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु एडेड शिक्षकों की भांति 62 वर्ष की जाए।

- राजकीय शिक्षकों के सेवा संबंधी समस्त प्रकरणों का निस्तारण समयबद्ध रूप से आनलाइन किया जाए।

- राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यो का वेतनमान एडेड कालेजों के प्रधानाचार्यो के समान किया जाए।

- राजकीय शिक्षकों को एसीपी का लाभ प्रदान किया जाए। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ

- पुरानी पेंशन बहाली, कैशलेस चिकित्सा व एसीपी लागू हो।

- हर स्कूल में छात्रों के लिए फर्नीचर, बिजली, पंखा, पानी और चहार दीवारी।

- हर कक्षा में शिक्षक, हर स्कूल में प्रधानाध्यापक, लिपिक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व चौकीदार।

- शिक्षा मित्र, अनुदेशकों, विशेष शिक्षक व कस्तूरबा गांधी शिक्षकों को स्थाई नियुक्ति।

- रसोइयों व आंगनबाड़ी सहायकों का 10 हजार व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 15 हजार रुपये प्रति माह मानदेय।

- मृतक आश्रितों को टीईटी से मुक्ति व लिपिक के अधिसंख्य पदों पर नियुक्ति।

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