सर छोटू राम की 139वीं जयंती: सर छोटू राम कहते थे किसानों दुश्मनों को पहचान लो व बोलना लो सीख Meerut News

मेरठ में दीन बंधु व रहबर ए आजम के नाम से जाने जाने वाले सर छोटू राम की 139वीं जयंती सपा जिला कार्यालय पर मनाई गई। जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि सर छोटू राम ने किसानों के हित में बहुत काम किए।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 07:24 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 07:24 PM (IST)
सर छोटू राम की 139वीं जयंती: सर छोटू राम कहते थे किसानों दुश्मनों को पहचान लो व बोलना लो सीख Meerut News
सपा कार्यालय पर सर छोटू राम की 139वीं जयंती।

मेरठ, जेएनएन। दीन बंधु व रहबर ए आजम के नाम से जाने जाने वाले सर छोटू राम की 139वीं जयंती सपा जिला कार्यालय पर मनाई गई। जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि सर छोटू राम ने किसानों के हित में बहुत काम किए। वह कृषि मंत्री रहे। उस कार्यकाल में कई कानून बनवाए। मुख्यमंत्री का पद उन्‍होंने ठुकरा दिया था। किसानों, दलितों व अल्पसंख्यकों के मसीहा थे। छोटूराम किसानों से कहा करते थे कि किसानों दुश्मनों को लो पहचान व बोलना लो सीख तभी आप लोगों का उद्घार होगा। पेशे से वकील छोटू राम ने कई किसानों के मुकदमे बिना फीस के लड़े। आदिल चौधरी ने कहा कि हरियाणा उप्र ही नहीं पूरे देश में उनका सम्मान होता है। विपिन मनोठिया ने कहा कि 1937 में उन्हें नाइट की उपाधि दी गई। उनकी स्मृति में भारत सरकार ने डाक टिकट जारी किया था। विभिन्न प्रसंगों में उनका नाम लिया जाता है। इस दौरान सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर की शहादत को भी नमन किया गया। इस मौके पर विपिन मनोठिया, संजीव यादव, शेरा जाट, बोबी कैलाशपुरी, भोजप्रताप, धर्मवीर यादव, प्रदीप गुर्जर, सिद्धार्थ, यूसुफ सैफी आदि मौजूद रहे।

मेरठ से भी रहा नाता

सर छोटू राम ने कानून की डिग्री लेने के बाद मेरठ और आगरा मंडल की सामाजिक दशा का अध्ययन किया था। उन दिनों उनके संपर्क में पश्चिम उप्र के काफी लोग आए। उनका इस क्षेत्र में गहरा प्रभाव रहा। जाट समाज के लिए किए गए उनके कार्यों की वजह से भी यहां उनकी लोकप्रियता थी। 

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