करियर के साथ साइकिल से सेहत बनाने की सीख दे रहे सचिन

साइक्लिंग की दीवानगी में सचिन पंवार ने घर तक छोड़ दिया। परिवार को बिना जानकारी दिए वह दिल्ली चले गए और वहां स्टेडियम में ट्रैक पर देसी साइकिल दौड़ा दी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Dec 2019 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 04 Dec 2019 06:09 AM (IST)
करियर के साथ साइकिल से सेहत बनाने की सीख दे रहे सचिन
करियर के साथ साइकिल से सेहत बनाने की सीख दे रहे सचिन

मेरठ, जेएनएन। साइक्लिंग की दीवानगी में सचिन पंवार ने घर तक छोड़ दिया। परिवार को बिना जानकारी दिए वह दिल्ली चले गए और वहां स्टेडियम में ट्रैक पर देसी साइकिल दौड़ा दी। साइकिल की स्पीड देखकर साइक्लिंग कोच कृपाल व त्रिलोचन हैरान हो गए। उन्होंने सचिन पंवार को एक माह की ट्रेनिंग दी। इसके बाद स्टेट चैंपियनशिप में सचिन ने अंडर-19 में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके बाद सचिन ने हांगकांग, फ्रांस, इटली, चीन व दुबई समेत कई देशों में हुई प्रतियोगिताओं में 15 मेडल अपने खाते में जमा किए।

भावनपुर क्षेत्र के भूड़पुर निवासी 29 वर्षीय सचिन पंवार एक किसान परिवार से हैं। साइक्लिंग में उन्होंने पहले नेशनल में खेलते हुए एक स्वर्ण व तीन रजत समेत चार पदक हासिल किए। उनका चयन भारतीय टीम में भी हुआ, लेकिन एक माह उम्र कम होने के कारण ऐन वक्त उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।

तीन वर्ष पूर्व खोला शोरूम

सचिन ने मवाना रोड पर साइकिल का शोरूम खोला था। उनके शोरूम में तीन हजार से साढ़े तीन लाख रुपये कीमत तक की साइकिल उपलब्ध हैं। वह बेचने के अलावा साइक्लिंग का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। आसपास कॉलोनियों के बच्चे उनसे साइकिल रेस सीखने के लिए टिप्स लेते हैं।

सेहत और पर्यावरण की साथी साइकिल

सचिन का कहना है कि साइकिल से हम अपने स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण को बेहतर बना सकते हैं। विदेशों में साइकिल को स्टेटस सिंबल नहीं, पर्यावरण व सेहत को ध्यान में रखकर उपयोग में लाई जाती है। वह मेरठ में बच्चों व युवाओं के लिए प्रति माह साइकिल रेस आयोजित कराने की योजना बना रहे हैं।

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