मेरठ में शेखपुरा के लोगों ने दिया अल्टीमेटम, समस्या दूर न हुई तो नए साल से बंद कर देंगे हॉउस टैक्स

मेरठ में वार्ड 15 अंतर्गत शेखपुरा मोहल्ले के लोगों ने नगर निगम अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया है कि अगर 30 दिसम्बर तक उनके क्षेत्र में जलनिकासी का समाधान नहीं हुआ तो जनवरी 2021 से निगम को हाउस टैक्स देना बंद कर देंगे।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 04:15 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 04:15 PM (IST)
मेरठ में शेखपुरा के लोगों ने दिया अल्टीमेटम, समस्या दूर न हुई तो नए साल से बंद कर देंगे हॉउस टैक्स
शेखपुरा मोहल्ले के लोगों ने नगर निगम अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया।

मेरठ, जेएनएन। वार्ड 15 अंतर्गत शेखपुरा मोहल्ले के लोगों ने नगर निगम अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया है कि अगर 30 दिसम्बर तक उनके क्षेत्र में जलनिकासी का समाधान नहीं हुआ तो जनवरी 2021 से निगम को हाउस टैक्स देना बंद कर देंगे।

यह है मामला

मंगलवार को नगर आयुक्त वार्ड 51 के निरीक्षण पर पहुंचे थे। यह जानकारी होते ही सचिन गुप्ता, गणेश सिंघल, करमचंद समेत बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलने पहुंच गए। नगर आयुक्त के पास समय न होने के कारण वह शेखपुरा नहीं पहुंचे। दोबारा आने का आश्वासन देकर चले गए। बस इसी बात पर लोग नाराज हो गए। सचिन गुप्ता समेत सभी लोगों ने कहा कि उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। महीनों से शिवहरि मंदिर के सामने नालियों का पानी भरा हुआ है। सड़क पर गन्दा पानी बह रहा है। लोग नारकीय जीवन जी रहे है। लोगों ने कहा कि जनवरी 2021 से शेखपुरा के लोग हाउस टैक्स नहीं देंगे। लोगों के यह कहते ही मौके पर मौजूद अधिशासी अभियंता नीना सिंह, अवर अभियंता प्रदीप श्रीवास्तव और सफाई एवम खाद्य निरीक्षक जयद्रथ शेखपुरा के हालात देखने पहुंचे। शिवहरि मंदिर के सामने सड़क पर नाली का गन्दा पानी बहते देख अधिकारी दंग रह गए। जनता शिवहरि मंदिर के प्रबंधक जय पाल सिंघल ने अधिकारियों को बताया कि मंदिर के अंदर नाली का गंदा पानी न आये इसके लिए दो मजदूर लगा रखे हैं। जो सुबह शाम नाली उफनाने पर मिट्टी का बंधा बनाकर गंदे पानी के बहाव को रोकते हैं। सचिन गुप्ता, गणेश सिंघल समेत स्थानीय निवासियों ने जनवरी में नगर निगम में धरने की चेतावनी दी है।

खंडहर हो गया सामुदायिक केंद्र

शेखपुरा में शिवहरि मंदिर के सामने करोडों रुपये की लागत से बने सामुदायिक केंद्र खंडहर हो गया। लोगों ने बताया कि डूडा ने बनवाया है। ठेकेदार ने निर्माण नहीं पूरा किया। दरवाजे तक नहीं लगाए। सरकारी पैसे का दुरुपयोग हुआ। इसकी जांच कराई जानी चाहिए। 

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