UP Board 2020: 'टीम स्प्रिट' वाले स्कूल ही बनेंगे मूल्‍यांकन केंद्र Meerut News

माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश में 2020 मूल्यांकन की तैयारी शुरू हो चुकी है। जिलों से इस बार अतिरिक्त मूल्यांकन केंद्रों के नाम मांगे गए हैं।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 03 Dec 2019 04:00 PM (IST) Updated:Tue, 03 Dec 2019 04:00 PM (IST)
UP Board 2020: 'टीम स्प्रिट' वाले स्कूल ही बनेंगे मूल्‍यांकन केंद्र Meerut News
UP Board 2020: 'टीम स्प्रिट' वाले स्कूल ही बनेंगे मूल्‍यांकन केंद्र Meerut News

मेरठ, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की ओर से 2020 बोर्ड परीक्षा के साथ ही मूल्यांकन की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। मूल्यांकन को कम से कम समय में पूरा करने और उसकी सुचिता को बनाए रखने के लिए परिषद की ओर से इस बार अतिरिक्त मूल्यांकन केंद्र के प्रस्ताव मांगे गए हैं। सभी जिलों से परिषद ने मूल्यांकन केंद्रों की सूची में दो से तीन विद्यालय बढ़ाने को कहा है, जिससे मूल्यांकन को कम से कम समय में पूरा किया जा सके। इसके साथ ही परिषद सचिव नीना श्रीवास्तव ने विशेष तौर पर उन विद्यालयों को मूल्यांकन केंद्र बनाने के लिए कहा है जिनमें प्रधानाचार्य व उनके सहयोगी शिक्षकों व कर्मचारियों में टीम स्प्रिट की भावना हो। परिषद का तर्क है कि विद्यालय में टीम स्प्रिट की भावना होने पर ही मूल्यांकन की सुचिता को बरकरार रखा जा सकता है और सटीक मूल्यांकन करना संभव होगा।

बढ़ेंगे मूल्यांकन केंद्र

जिले से अच्छी ख्याति वाले स्कूलों को ही मूल्यांकन केंद्र बनाया जाएगा। मेरठ जिले में अब तक चार मूल्यांकन केंद्र बनते रहे हैं। इनमें दो हाई स्कूल के मूल्यांकन केंद्र और दो इंटरमीडिएट के मूल्यांकन केंद्र बनते हैं। इस साल दो से तीन मूल्यांकन केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। इससे जहां 15 से 20 दिनों में मूल्यांकन का कार्य पूरा होता है, वही इसे 10 से 12 दिनों में पूरा करने का टारगेट रखा जा रहा है।

परिषद ने भेजी के निर्धारण नीति

परिषद मुख्यालय की ओर से सभी जिलों को मूल्यांकन केंद्र निर्धारण नीति भेज दी गई है। इसके तहत हर मूल्यांकन केंद्र पर करीब 500 परीक्षकों को बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए। सभी मूल्यांकन केंद्रों में कम से कम चार स्ट्रांग होने अनिवार्य हैं। राजकीय इंटर कॉलेजों को भी मूल्यांकन केंद्र बनाया जाएगा। यहां पर संकलन केंद्र भी रहेगा। मूल्यांकन केंद्र निर्धारण के लिए विद्यालयों को आवेदन पत्र भरना होगा। इसमें 18 बिंदु पर जानकारी मांगी गई है। इसमें स्कूल में व्याप्त संसाधनों के साथ ही मुख्यालय से स्कूलों की दूरी और आने-जाने की सुविधा संबंधी जानकारी भी अनिवार्य रूप से भरना होगा। मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया जाएगा, इसलिए मूल्यांकन केंद्रों को नगर क्षेत्र से बाहर बनाए जाने पर रोक है।

20 तक देनी है केंद्रों की सूची

परिषद मुख्यालय ने सभी जिलों को 20 दिसंबर तक मूल्यांकन केंद्र केंद्रों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है। केंद्रों की सूची मिलने के बाद मूल्यांकन की तिथि अभी निर्धारित की जाएगी। 

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