स्वच्छता का 'पुंज' लेकर निकले निकुंज
स्वच्छता अभियान को जनांदोलन में तब्दील करने व यहां के लोगों के मनोबल को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित कराने के लिए बुलंदशहर के निकुंज तोमर नायाब काम करने जा रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। स्वच्छता अभियान को जनांदोलन में तब्दील करने व यहां के लोगों के मनोबल को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित कराने के लिए बुलंदशहर के निकुंज तोमर नायाब काम करने जा रहे हैं। वह मेरठ शहर में नए साल पर ऐसा अभियान चलाएंगे, जिससे स्वच्छता के मामले में एक कीर्तिमान बनेगा। साथ ही जन-जन में सफाई की भावना जाग्रत होगी।
बुलंदशहर के ग्राम नैथला निवासी निकुंज गांव के निजी स्कूल में प्रधानाचार्य हैं। उन्होंने मेरठ के डीएम अनिल ढींगरा व नगर आयुक्त डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया से शहर में 121 घंटे लगातार स्वच्छता अभियान चलाने की अनुमति मांगी थी। वह एक जनवरी से अभियान की शुरुआत करेंगे। निकुंज कानपुर नगर में 111 घंटे अभियान चलाकर कीर्तिमान बना चुके हैं। अब मेरठ में अभियान चलाकर निकुंज गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराना चाहते हैं। इससे पहले वह सिकंदराबाद में 36 घंटे, लखनऊ में 51 घंटे, बुलंदशहर में 80 और अमेठी में 24 घंटे का अभियान चला चुके हैं। यह कीर्तिमान एशिया, लिमका और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हैं।
सीएम योगी कर चुके सम्मानित
30 मई 2017 को मुख्यमंत्री ने लखनऊ के गन्ना संस्थान के समारोह में स्वच्छता अभियान का रिकार्ड बनाने पर निकुंज को शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था।
ऐसे चलाएंगे लगातार अभियान
निकुंज ने बताया कि उनकी 50 सदस्यीय युवा टीम है। इसमें बेरोजगार हैं, हलवाई हैं, कारपेंटर हैं और कुछ छात्र हैं। 10-10 युवकों की पांच टीमें बनाते हैं, जो शिफ्टवार काम करेंगी।
'सराहनीय कार्य को दी अनुमति'
नगर आयुक्त डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया का कहना है कि यह सराहनीय कार्य है। स्वच्छता में मेरठ के नाम एक रिकार्ड बनेगा। इससे आम लोग सफाई के प्रति जागरूक होंगे। निकुंज को इसकी अनुमति दे दी है। वार्ता के लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिया है।