नरेश टिकैत ने कहा, कृषि कानून वापसी की मुहर लगने से सरकार और किसान के बीच नजदीकियां बढ़ीं

संसद में कृषि कानून वापसी पर मुहर लगने से किसानों में खुशी है। किसान इसे अपनी जीत बता रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत का कहना है कि तीनों कृषि कानून वापसी से सरकार व किसानों के बीच नजदीकियां बढ़ गई हैं।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 10:23 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 07:26 AM (IST)
नरेश टिकैत ने कहा, कृषि कानून वापसी की मुहर लगने से सरकार और किसान के बीच नजदीकियां बढ़ीं
संसद में कृषि कानून वापसी की मुहर लगने से किसानों में खुशी।

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। संसद में कृषि कानून वापसी पर मुहर लगने से किसानों में खुशी है। किसान इसे अपनी जीत बता रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत का कहना है कि तीनों कृषि कानून वापसी से सरकार व किसानों के बीच नजदीकियां बढ़ गई हैं।

यह अच्छी शुरुआत है। किसानों ने जहां ट्रैक्टर मार्च रद किया, वहीं सरकार ने भी अपना जिद्दी रवैया छोड़ दिया। इससे किसानों में खुशी का माहौल है। सरकार अब आंदोलन के लिए शहीद हुए किसानों के लिए भी दो शब्द कहे। शहीद किसानों के स्वजन को सम्मान मिलना चाहिए। किसानों की बात को समझना सरकार की जिम्मेदारी भी है। सरकार पर जितने आरोप लगाए गए, सरकार इतने आरोपों की हकदार नहीं है।

इस आंदोलन से एक दूसरे को जानने का मौका भी मिला। आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस होने चाहिए। आगे के आंदोलन के बारे में चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि इस पर संयुक्त किसान मोर्चा ही निर्णय लेगा। सरकार को यह भी मंथन करना चाहिए कि इतना लंबा आंदोलन क्यों चला। किसान टकराव नहीं चाहता है, लेकिन उसे उसके अधिकार मिलने चाहिए।

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