Meerut Weather Forecast: हल्‍के बादलों ने जगाई बारिश की आस, बाद में निकली तेज धूप ने किया मायूस

Meerut Weather Forecast रविवार की सुबह आसमान पर छाए हल्‍के काले बादलों ने हालांकि बारिश की संभावनाओं को बल दिया था लेकिन बाद में तेज सूरज ने मायूस कर दिया।

By Prem BhattEdited By: Publish:Sun, 06 Sep 2020 06:37 AM (IST) Updated:Sun, 06 Sep 2020 11:06 AM (IST)
Meerut Weather Forecast: हल्‍के बादलों ने जगाई बारिश की आस, बाद में निकली तेज धूप ने किया मायूस
Meerut Weather Forecast: हल्‍के बादलों ने जगाई बारिश की आस, बाद में निकली तेज धूप ने किया मायूस

मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Forecast संडे की सुबह आसमान पर छाए हल्‍के काले बादलों ने हालांकि बारिश की संभावनाओं को बल दिया था, लेकिन बाद में तेज सूरज ने मायूस कर दिया। इसके पूर्व मेरठ और आसपास के जिलों में शनिवार को दिन में रुक रुककर हुई बारिश का असर रविवार की सुबह भी देखने को मिला, आज भी आसमान पर छाए हल्‍के बादल बारिश होने के साफ संकेत दे रहे थे। हालांकि पूरे हफ्ते आसमान सूरज का ही कब्‍जा रहा। रविवार को हल्‍के बादलों के बनने से संभवता बारिश देखने को मिले। शनिवार को दिन की शुरुआत तो तेज धूप के साथ हुई थी। लेकिन दिन निकलते निकलते मेरठ शहर के कुछ हिस्‍सों में बारिश हुई थी और कुछ जगहों पर धूप की बरकरार रही। मौसम विज्ञानियों के अनुसार सितंबर माह में कम ही बारिश होने का अनुमान है।

कहीं बारिश तो कहीं धूप

इसके पूर्व शुक्रवार को पूरे दिन गर्मी से सामना हुआ और उमस ने भी बेहद परेशान किया था। शनिवार को भी यही हालात बनते नजर आए। साफ आसमान पर सूरज की तेज चमक के साथ ही दिन की शुरुआत हुई थी। पूरे सप्‍ताहभर ही बारिश के कोई आसार नहीं बने। देखा जाए तो इस बार वेस्‍ट यूपी में हर साल की अपेक्षा वर्षा अपेक्षाकृत कम हुई है। गुरुवार को दिनभर तेज धूप रहने के बाद रात में भी तापमान में तेजी दर्ज की गई थी। मंगलवार को भी सुबह की शुरुआत तेज धूप के साथ हुई थी और आसमान एकदम साफ नजर आया था। पूरे दिन गर्मी और उमस ने परेशान किया। हालांकि सोमवार की दोपहर में आसमान पर बादलों के गश्‍त करने से यह लगने लगा था कि बारिश होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आसमान काले घने बादलों से घिरा ही नजर आया था। बीते हफ्ते तीन चार दिन ठीक ठाक बारिश हुई थी। मंगलवार को तेज धूप के चलते गर्मी परेशानी बढ़ाएगी।

कोरोना काल में रूठी बारिश

कोरोना काल में बारिश भी मेरठ से रूठी हुई है। मेरठ में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 111 मिलीमीटर कम बारिश हुई है। तीन वर्षों में बारिश अपने न्यूनतम स्तर पर है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार सितंबर में भी बहुत अच्छी बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार अब तक 560 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी। जनपद लगातार मानसून की बेरुखी का सामना कर रहा है। पिछले 10 वर्षों में 2014 और 2017 के बाद 2020 में तीसरा मौका है जब एक जून से 31 अगस्त तक इतनी कम बारिश दर्ज की गई है।

पश्चिम की तुलना में पूरब में अच्छी बारिश

मानसून का प्रभाव पूर्व में अच्छा रहा है। वहां सामान्य से दो प्रतिशत अधिक बारिश है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में यह नौ प्रतिशत कम है। सबसे खराब स्थिति गौतमबुद्ध नगर की है। यहां सामान्य की तुलना में केवल 15 प्रतिशत बारिश हुई है। मेरठ में भी अभी तक बारिश सामान्य की तुलना में 36 प्रतिशत कम है। गाजियाबाद 59 और बुलंदशहर में 55 प्रतिशत कम बारिश हुई है। दिल्ली में स्थिति ठीक है। यहां पर सामान्य की तुलना में 89 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने कहा कि मानसून ट्रफ की दिशा इस बार दक्षिण की ओर शिफ्ट रही है। इससे गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर में अच्छी बारिश नहीं हो पाई। तराई क्षेत्र सहारनपुर और बिजनौर में बारिश ठीक ठाक हुई है।

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